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संजय लीला भंसाली की 'लव एंड वॉर' पर मंडराया कानूनी संकट, जानिए प्रोडक्शन हाउस पर क्यों दर्ज हुई FIR ?

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बॉलीवुड के मशहूर फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली की आगामी फिल्म 'लव एंड वॉर' कानूनी पचड़े में फंस गई है। फिल्म की शूटिंग से जुड़े एक मामले में बीकानेर के बिछवाल पुलिस स्टेशन में भंसाली प्रोडक्शंस और उसके प्रबंधकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उन पर धोखाधड़ी, धमकी और आपराधिक साजिश जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं।

किसने दर्ज कराई एफआईआर?
यह एफआईआर राधा फिल्म्स एंड हॉस्पिटैलिटी के सीईओ प्रतीक राज माथुर की शिकायत पर दर्ज की गई है। माथुर ने आरोप लगाया है कि फिल्म की शूटिंग के दौरान 17 अगस्त को भंसाली प्रोडक्शंस के निजी सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें धमकाया था। हालांकि, शिकायत में धमकी की प्रकृति और कारण का स्पष्ट उल्लेख नहीं है। माथुर ने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनकी पहली शिकायत को दबाने की कोशिश की, जिसके चलते उन्हें अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ा। अदालत के आदेश के बाद बिछवाल पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 318 (4), 61 (2), 351 (2) और 352 के तहत मामला दर्ज किया गया है। ये धाराएँ धोखाधड़ी, आपराधिक धमकी और षड्यंत्र से संबंधित हैं।

धोखाधड़ी कैसे हुई, एफआईआर में क्या लिखा है?

एफआईआर के अनुसार, शिकायतकर्ता प्रतीक राज माथुर ने बताया कि वह अपनी कंपनी के माध्यम से फिल्म निर्माण और लाइन प्रोडक्शन सेवाएँ प्रदान करते हैं।

धोखाधड़ी का आरोप: एफआईआर में माथुर ने आरोप लगाया है कि नवंबर 2024 में भंसाली प्रोडक्शंस के उत्कर्ष बाली ने उनसे संपर्क किया और फिल्म 'लव एंड वॉर' के लिए लाइन प्रोड्यूसर की नौकरी का लालच दिया। माथुर को मुंबई बुलाया गया और मौखिक रूप से बताया गया कि फिल्म की टीम नवंबर 2024 में राजस्थान आएगी और उन्हें इसके लिए सभी व्यवस्थाएँ करनी होंगी। जब माथुर ने लिखित अनुबंध मांगा, तो उन्हें बाद में अनुबंध देने का आश्वासन दिया गया।

काम शुरू हुआ, फिर रद्द: माथुर ने कहा कि उन्होंने प्रोडक्शन हाउस पर विश्वास किया और राजस्थान पुलिस का काफिला, ज़ेड सुरक्षा और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था शुरू कर दी। उन्होंने इस काम में अपना निजी पैसा और संसाधन खर्च किए। लेकिन, बिना किसी अग्रिम भुगतान के काम शुरू करने के बाद, उन्हें अचानक एक ईमेल मिला जिसमें बताया गया कि उनका दौरा रद्द कर दिया गया है।

घाटा और नया लाइन प्रोड्यूसर: कुछ दिनों बाद, माथुर को पता चला कि फिल्म की टीम उन्हें बताए बिना राजस्थान आकर शूटिंग कर रही है और उन्होंने किसी और को लाइन प्रोड्यूसर नियुक्त कर दिया है। जब माथुर ने बीकानेर में उनसे मिलने की कोशिश की, तो संजय लीला भंसाली ने उनके साथ ऐसा व्यवहार किया जैसे वे उन्हें जानते ही न हों।

धमकी और गाली-गलौज: एफआईआर के अनुसार, जब माथुर ने अपने घाटे के बारे में बात की, तो उन्हें धमकाया गया। उत्कर्ष बाली ने कहा कि मामला 'सुलझा' लिया जाएगा, जबकि अरविंदर गिल ने कहा, "तुम हमारे पहले मुर्गे नहीं हो, हमने ऐसे कई देखे हैं। अगर तुम ज़्यादा उछलोगे, तो मैं इंडस्ट्री में ऐसी स्थिति पैदा कर दूँगा कि कोई तुम्हें काम नहीं देगा।"

भंसाली प्रोडक्शंस ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी

अभी तक इस मामले पर संजय लीला भंसाली या उनकी प्रोडक्शन कंपनी की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। इस चुप्पी ने मामले को लेकर अटकलों को और बढ़ा दिया है।

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