जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में एक नवजात शिशु की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। बच्चे के जन्म के मात्र पांच घंटे बाद ही उसकी मृत्यु हो गई, जिससे परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों ने बच्चे की हत्या की आशंका जताई है, वहीं अस्पताल प्रशासन ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है।
घटना चूरू जिला अस्पताल की बताई जा रही है, जहां गुरुवार रात एक महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया था। परिवार के अनुसार, प्रसव के बाद बच्चे की तबीयत सामान्य थी और डॉक्टरों ने भी सब कुछ ठीक बताया था। लेकिन कुछ घंटे बाद अचानक अस्पताल कर्मियों ने सूचना दी कि नवजात की मौत हो गई है।
परिजनों ने आरोप लगाया है कि बच्चे की मौत स्वाभाविक नहीं है। उनका कहना है कि रात में किसी अज्ञात व्यक्ति ने बच्चे को नुकसान पहुंचाया हो सकता है या अस्पताल स्टाफ की लापरवाही के कारण उसकी जान गई। उन्होंने कहा कि “हमारा बच्चा बिल्कुल ठीक था, फिर अचानक उसकी मौत कैसे हो गई?”
घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली पुलिस और अस्पताल प्रशासन मौके पर पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया गया है। पुलिस ने बताया कि परिजनों की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया जा रहा है, और मौत के वास्तविक कारण का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल सकेगा।
अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि मामले को गंभीरता से लिया गया है और इसकी आंतरिक जांच समिति गठित कर दी गई है। उन्होंने कहा कि “यदि किसी भी तरह की लापरवाही या दुर्भावना पाई गई तो संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
स्थानीय लोगों ने अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि जिला अस्पताल जैसे बड़े संस्थान में नवजात वार्ड में सुरक्षा कर्मियों और कैमरों की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
इस घटना से इलाके में आक्रोश और भय का माहौल है। सामाजिक संगठनों ने मांग की है कि घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।
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