लेकसिटी की तर्ज पर अब सरकार पुष्कर को वेडिंग डेस्टिनेशन सिटी बनाने की तैयारी में है। एडीए ने इस पर काम भी शुरू कर दिया है। दो चरणों में काम होगा। पहले चरण में 64 भूखंडों की रिसोर्ट योजना लांच होगी। दूसरे चरण के लिए जमीन चिह्नित कर ली गई है। फिलहाल पुष्कर में हर साल करीब 300 डेस्टिनेशन वेडिंग होती हैं। इससे करीब 500 करोड़ का कारोबार होता है। बड़े उद्योगपतियों, बॉलीवुड हस्तियों, राजनेताओं के परिवारों की शादियों के कारण पिछले कुछ सालों में पुष्कर डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए जाना जाने लगा है। अब सरकार ने भी इसके आयोजन की पहल की है। पिछले दिनों सीएम भजनलाल पुष्कर आए थे। इसके लिए उन्होंने एडीए अधिकारियों को इस प्रोजेक्ट पर काम करने को कहा था। एडीए अब कानस और खोरा को चरणबद्ध तरीके से विकसित करेगा। कानस में 64 भूखंडों की रिसोर्ट योजना लांच होगी। फिलहाल खोरा में 25 हेक्टेयर जमीन चिह्नित कर ली गई है।
500 करोड़ की कमाई
पुष्कर में हर साल करीब 300 डेस्टिनेशन वेडिंग होती हैं। इनसे फिलहाल 500 करोड़ का कारोबार होने का अनुमान है। एक डेस्टिनेशन वेडिंग में औसतन 50 लाख से 5 करोड़ तक का खर्च आता है। इसमें रिसॉर्ट बुकिंग, डेकोरेशन, कैटरिंग और मेहमानों के लिए खास इंतजाम शामिल हैं। बड़े उद्योगपति, बॉलीवुड सेलिब्रिटी और राजनेता, बड़े नौकरशाह और एनआरआई परिवार भी शादी समारोह के लिए पुष्कर को चुन रहे हैं। हाल ही में एमपी के सीएम के बेटे की शादी भी पुष्कर के एक रिसॉर्ट में हुई। अगर सब कुछ योजना के मुताबिक रहा तो पुष्कर की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ेगी।
हाईवे, रेलवे और हेलीपैड की कनेक्टिविटी बढ़ानी होगी
पुष्कर से अजमेर और भविष्य में मेड़ता-जोधपुर रेल लाइन की कनेक्टिविटी से विभिन्न शहरों से ट्रेनों की आवाजाही बढ़ेगी।
पुष्कर में अभी एक हेलीपैड है जबकि एक और का निर्माण प्रस्तावित है। किशनगढ़ एयरपोर्ट से दूरी भी ज्यादा नहीं है। यहां से पुष्कर के लिए सीधा सड़क संपर्क है।
पुष्कर तीन तरफ से हाईवे से जुड़ा हुआ है। तिलोरा से डुमाडा-तबीजी तक नए हाईवे रिंग रोड को भी सरकार ने हरी झंडी दे दी है। इससे जयपुर-बीकानेर, ब्यावर-नागौर, जोधपुर, उदयपुर और आसपास के इलाकों से यहां आसानी से पहुंचा जा सकेगा।
राइजिंग राजस्थान के तहत पुष्कर में होटल और रिसोर्ट उद्योगों के लिए 20-25 एमओयू साइन हो चुके हैं। भविष्य में यहां होटल-रिसोर्ट उद्योगों का विस्तार होगा।
ब्रह्मा कॉरिडोर की कई बार घोषणा, लेकिन नहीं बना
उज्जैन के महाकाल कॉरिडोर की तरह पुष्कर में भी करोड़ों रुपए खर्च कर ब्रह्म कॉरिडोर बनाने की योजना है। लेकिन इसका काम भी अभी तक शुरू नहीं हो पाया है।
एडीए ने पिछले भाजपा शासन में पुष्कर में स्पिरिचुअल सिटी और स्वास्तिक सिटी विकसित करने की योजना बनाई थी, लेकिन अफसरशाही और अतिक्रमण के चलते योजनाएं फाइलों से आगे नहीं बढ़ पाईं।
स्वास्तिक सिटी योजना के तहत पुष्कर में गेस्ट हाउस बनाने के लिए विभिन्न राज्यों को जमीन उपलब्ध करवाई जानी थी, लेकिन सरकार बदलते ही योजना ठंडे बस्ते में चली गई।
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