जयपुर की जीवनरेखा और पेयजल का प्रमुख स्रोत बीसलपुर बांध पिछले 30 दिनों से लगातार लबालब भरा हुआ है। पानी की बंपर आवक के चलते जल संसाधन विभाग को पिछले सप्ताह बांध के कुल 6 गेट खोलने पड़े। हालांकि पिछले 24 घंटों में बांध में पानी की आवक कम ज़रूर हुई है, लेकिन सोमवार सुबह बांध से पानी की निकासी फिर से बढ़ा दी गई है। त्रिवेणी में भी अब पानी का प्रवाह 3.70 मीटर की ऊँचाई पर दर्ज किया गया है।
सहायक नदियाँ उफान पर
खारी, डाई, भेड़च, मेनाली और बनास नदियों का पानी बीसलपुर बांध में पहुँच रहा है। पिछले सप्ताह हुई भारी बारिश के कारण सहायक नदियाँ उफान पर हैं और बीसलपुर बांध में पानी की बंपर आवक के चलते फिर से लगातार पानी की आवक हो रही है। दो-तीन दिन पहले बांध से प्रति सेकंड 70 हज़ार क्यूसेक से ज़्यादा पानी नहरों में छोड़ा गया था। वहीं, अब पानी की आवक कम होने के कारण बांध से पानी की निकासी भी कम कर दी गई है। सोमवार सुबह बांध से नहरों में प्रति सेकंड 48080 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
ये गेट खुले हैं
जल संसाधन विभाग ने बीसलपुर बांध के गेट संख्या 7, 8, 11 और 12 को 1-1 मीटर की ऊँचाई पर खोल दिया है। गेट संख्या 9 और 10 को 2-2 मीटर की ऊँचाई पर खोलकर प्रति सेकंड 48080 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। त्रिवेणी में सुबह 3.70 मीटर की ऊँचाई पर पानी का प्रवाह दर्ज किया गया।
बीसलपुर बांध अब तक 8 बार ओवरफ्लो हो चुका है
2004 में निर्माण के बाद पहली बार 4 गेट खोले गए
बांध 2006 में दूसरी बार ओवरफ्लो हुआ, 6 गेट खोले गए
बांध 2014 में ओवरफ्लो हुआ, 4 गेट खोले गए
बांध 2016 में भी ओवरफ्लो हुआ, 4 गेट खोले गए
बांध 2019 में भी ओवरफ्लो हुआ
बांध 2022 में भी ओवरफ्लो हुआ, 4 गेट खोले गए
बांध 2024 में सातवीं बार ओवरफ्लो हुआ, 6 गेट खोले गए
बांध 2025 में भी ओवरफ्लो होगा, 6 गेट खोले गए
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