'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट साफ दिखाई दे रही है। बुधवार रात पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक के कम से कम 15 शहरों में मिसाइलों और ड्रोन से सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसे भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने पूरी तरह नाकाम कर दिया और जवाबी कार्रवाई में लाहौर का एयर डिफेंस सिस्टम तबाह कर दिया। राजस्थान के नाल, फलौदी और उत्तरलाई भी पाकिस्तान के निशाने पर थे।
जोधपुर में 4 घंटे का ब्लैकआउट
दूसरी ओर, जोधपुर फिलहाल अलर्ट मोड पर है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बुधवार रात जोधपुर शहर में 4 घंटे का ब्लैकआउट किया गया। दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद बुधवार को देश के विभिन्न हिस्सों में मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट किए गए। इसमें जोधपुर शहर भी शामिल रहा। बुधवार को जोधपुर में रात 10 बजे से 10.15 बजे तक ब्लैकआउट किया गया।
हालांकि देर रात करीब 11 बजे कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने 12 बजे से सुबह 4 बजे तक ब्लैकआउट के निर्देश जारी किए। वहीं, सरकारी, गैर सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में अगले आदेश तक अवकाश घोषित कर दिया गया है। वहीं, जोधपुर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। दिनभर बैठकें चल रही हैं। आज रात भी ब्लैकआउट किया जाएगा। हालांकि, अभी समय की घोषणा नहीं की गई है। वहीं, जोधपुर जिला प्रशासन ने नए निर्देश जारी किए हैं।
अफवाहों से सावधान रहें
केवल अधिकृत सरकारी सूचना माध्यमों (लाउडस्पीकर, रेडियो, व्हाट्सएप ग्रुप, पंचायत घोषणा) पर ही भरोसा करें।
अफवाह फैलाने वालों की तुरंत पुलिस को सूचना दें।
आपात स्थिति के लिए तैयार रहें
पहचान पत्र, जरूरी दस्तावेज, दवाइयां और अन्य जरूरी सामान बैग में तैयार रखें।
निकटतम सुरक्षित सामुदायिक भवन (स्कूल/पंचायत भवन) की जानकारी रखें।
हवाई हमला या सायरन बजने की स्थिति में
घर के सबसे अंदर वाले कमरे में जाएं और खिड़कियों से दूर रहें।
दरवाजे और खिड़कियाँ बंद रखें, गैस सिलेंडर बंद रखें।
किसी मजबूत मेज/बिस्तर या दीवार से सटी जगह पर शरण लें।
मिट्टी के बर्तन या पानी की टंकी से अस्थायी सुरक्षा करें।
रात में बिजली गुल करें
सभी लाइटें ढक दें, बाहर कोई लाइट नहीं दिखनी चाहिए।
अनावश्यक आवाजाही से बचें। पुलिस गश्त में सहयोग करें।
सीमावर्ती गाँवों के लिए विशेष निर्देश
बीएसएफ/पुलिस के निर्देशों का पालन करें। गाँव खाली होने की स्थिति में तैयार रहें।
वाहन में ईंधन भरवाकर रखें, ट्रैक्टर और मवेशी तैयार रखें।
बुजुर्गों, बच्चों और विकलांगों को प्राथमिकता दें।
गाँव स्तर पर आपदा प्रबंधन
ग्राम सेवक, सरपंच और स्कूल प्रमुख मिलकर आपदा समिति बनाएँ।
सुरक्षित इमारतों की पहचान करें, बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था करें।
संदिग्ध गतिविधियों की सूचना दें
किसी भी अज्ञात व्यक्ति, संदिग्ध वस्तु, ड्रोन आदि के बारे में तुरंत पुलिस या सेना को सूचित करें।
You may also like
आपने इन सवालों का जवाब दें दिया तो आपको UPSC इंटरव्यू पास करने से कोई नहीं रोक सकता ˠ
महिला के पेट में नौ साल तक फंसा रहा भ्रूण, जानें पूरी कहानी
मैक्सिको में लड़कियों की शादी की परंपरा: एक गंभीर सामाजिक मुद्दा
सस्पेंडेड पुलिस इंस्पेक्टर ने चाय की दुकान खोलकर जताई नाराजगी
हस्तरेखा शास्त्र में M अक्षर का महत्व और उसके संकेत