दौसा जिला अस्पताल में रविवार सुबह पेट दर्द का इलाज कराने सिंगवाड़ा से आए एक युवक की मौत हो गई। परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। सूचना मिलने पर सैकड़ों ग्रामीण भी अस्पताल पहुंच गए और धरना दे दिया। करीब सात घंटे बाद प्रशासन और प्रतिनिधिमंडल के बीच सहमति बनने पर परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए और शाम को अंतिम संस्कार किया गया।
सुबह करीब 4.45 बजे सिंगवाड़ा निवासी राकेश बैरवा (31) अपने पिता रामलाल को पेट दर्द और उल्टी की शिकायत होने पर बाइक पर जिला अस्पताल की आपातकालीन इकाई में लेकर पहुंचा। जहां चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों ने उसका इलाज किया, लेकिन करीब 8.15 बजे उसकी मौत हो गई। इस पर परिजनों ने इलाज में लापरवाही, गलत इंजेक्शन लगाने समेत कई गंभीर आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। ग्रामीणों और गांव से महिला-पुरुष परिजनों समेत बड़ी संख्या में कई संगठनों के लोग अस्पताल पहुंचे।
लोगों ने अस्पताल में चल रही लापरवाही को उजागर करना शुरू कर दिया और अपना गुस्सा निकाला। सूचना मिलने पर विधायक दीनदयाल बैरवा, सीओ रविप्रकाश शर्मा, कोतवाली प्रभारी सुधीर उपाध्याय, सिकंदरा प्रधान सुल्तान बैरवा सहित कई लोग अस्पताल पहुंचे।
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