राजस्थान समेत पूरे देश में पिछले चार दिनों से गणेशोत्सव की धूम मची हुई है। जगह-जगह गजानन के पंडालों की भव्यता और उनका अनोखा अंदाज श्रद्धालुओं को अपने दर्शनों के लिए आकर्षित कर रहा है। इसी कड़ी में मेवाड़ की धरती पर भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जिसकी चर्चा पूरे शहर में हो रही है। दरअसल, बापू बाजार स्थित स्वास्तिक विनायक गणपति मित्र मंडल द्वारा स्थापित "उदयपुर चा राजा" के गणेश पंडाल को सजाया गया है। जो अपनी भव्य सजावट के लिए जाना जाता है। इस पंडाल में भगवान गणेश की मूर्ति और उनके पूरे दरबार को 1 करोड़ 51 लाख के नोटों से सजाया गया है, जिन्हें आंगी कहते हैं। समिति द्वारा की गई इस सजावट ने सभी को हैरान कर दिया।
1 करोड़ इक्यावन लाख की आंगी
बापू बाजार स्थित इस पंडाल में विराजमान गणपति को 'उदयपुर चा राजा' के नाम से जाना जाता है। इस बार उन्हें अनोखा रूप देते हुए, भूरा दरबार सहित उनकी मूर्ति को 1 करोड़ 51 लाख के नोटों से भव्य रूप से सजाया गया है। खास बात यह है कि यह गणपति पूरी तरह से 50, 100, 200 और 500 के नए नोटों से बने हैं। इस आंगी को बनाने के लिए मुंबई से आठ कारीगरों की टीम बुलाई गई थी, जिन्होंने लगातार चार दिनों तक कड़ी मेहनत करके इसे पूरा किया। इसमें गणपति की मूर्ति के साथ-साथ पूरा गणपति पंडाल भी नोटों से लिपटा हुआ दिखाई दिया।
प्रतिदिन 10 से 12 हज़ार भक्त दर्शन के लिए पहुँच रहे हैं
उदयपुर के राजा के इस अनोखे दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी है। प्रतिदिन लगभग 10-12 हज़ार भक्त इस आंगी के दर्शन के लिए आ रहे हैं। गणपति विसर्जन समिति के सदस्यों ने जानकारी देते हुए बताया कि विसर्जन किसी उत्सव से कम नहीं होगा। एक शोभायात्रा निकाली जाएगी जिसमें विभिन्न झांकियाँ, आतिशबाजी और पुष्प वर्षा होगी।
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