इंग्लैंड की मौजूदा टीम ने टेस्ट क्रिकेट की चौथी पारी में रन चेज़ करने में महारत हासिल कर ली है. टेस्ट क्रिकेट के 148 साल के इतिहास में शायद ही किसी टीम ने इतनी बार ऐसा किया हो.
साल 2019 की एशेज़सिरीज़ में इंग्लैंड ने हेडिंग्ले में 359 रन का पीछा कर मैच जीता था. साल 2022 में एजबेस्टन टेस्ट में भारत के ख़िलाफ़ 378 रन का लक्ष्य हासिल किया. मंगलवार को भारत के ख़िलाफ़ 371 रन का पीछा कर स्टोक्स की टीम ने हेडिंग्ले में एक और ऐतिहासिक जीत दर्ज की.
इंग्लैंड के लिए विजयी शॉट विकेटकीपर बल्लेबाज़ जेमी स्मिथ (44) ने वाइड लॉन्ग ऑन के ऊपर छक्का लगाकर लगाया.
मैच के बाद जब स्टोक्स से पूछा गया कि क्या उन्हें पहले गेंदबाज़ी करने के अपने फ़ैसले पर कभी शक हुआ, तो उन्होंने बिना हिचक जवाब दिया, 'नहीं'.
यही आत्मविश्वास दिखाता है कि साल 2019 के हेडिंग्ले टेस्ट में 135 रन बनाकर जीत दिलाने वाले कप्तान को अपनी टीम और 300 से ऊपर रन चेज़ करने की क्षमता पर कितना भरोसा है.
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भारत से कहाँ चूक हुई?
25 वर्षीय युवा कप्तान शुभमन गिल की अगुवाई में इस मैच में उतरी भारतीय टीम के लिए यह हार बेहद कड़वी रही. भारत के बल्लेबाज़ों ने पांच शतक लगाए फिर भी टीम जीत नहीं सकी.
भारतीय टीम ने इस मैच में कई कैच छोड़े और ख़राब फील्ड सेटअप की वजह से आसान सिंगल्स दिए.
इन हालात में जीत की उम्मीद करना मुश्किल था. अपने फील्डरों को सही जगह खड़ा करना, नई जिम्मेदारी संभाल रहे कप्तान शुभमन गिल के लिए एक बड़ा सबक होगा.
भारत की मुश्किलें इस बात से भी बढ़ीं कि चौथी पारी में जसप्रीत बुमराह कुछ ख़ास नहीं कर पाए. उन्होंने 19 ओवर किए लेकिन कोई विकेट नहीं ले सके.
इसके अलावा भारतीय बल्लेबाज़ी के लोअर ऑर्डर का दो बार ढह जाना भी हार की एक वजह बना.
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इंग्लैंड के ओपनर बेन डकेट ने 149 रन की तेज़तर्रार पारी खेली और अपने जोड़ीदार जैक क्रावली (65) के साथ 188 रन की साझेदारी की. भले ही दोपहर बाद बारिश की वजह से मैच दो बार रुका हो, लेकिन इस साझेदारी ने लगभग तय कर दिया था कि जीत अब नज़दीक है. डकेट को प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया.
मैच के आखिरी दिन, डकेट और क्रावली की रणनीति बेहद स्पष्ट थी- पहले बुमराह और सिराज की गेंदों को संभालो, फिर बाकी बॉलिंग अटैक पर हावी हो जाओ.
और यह रणनीति कारगर रही.
शुरुआती ओवरकास्ट कंडीशंस में बुमराह और सिराज ने सधी हुई लाइन-लेंथ डाली. कप्तान शुभमन गिल ने तीन स्लिप्स और एक गली लगाकर आक्रामक फील्डिंग सेट की थी.
लेकिन दोनों ओपनरों ने गेंद के मूवमेंट को संभालते हुए लंच तक 117 रन की मज़बूत साझेदारी कर डाली. इन दोनों बल्लेबाज़ों ने ख़ासकर युवा तेज़ गेंदबाज़ प्रसिद्ध कृष्णा को निशाना बनाया.
इसके बाद कप्तान शुभमन गिल ने आक्रामक फील्डिंग हटा ली, जिससे इंग्लैंड के ओपनरों के लिए रन बनाना आसान हो गया.
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दोनों ओपनरों में से डकेट ज़्यादा आक्रामक थे और उन्होंने पूरी आज़ादी से शॉट्स खेले. डकेट ने ख़ासकर प्रसिद्ध के ख़िलाफ़ बढ़िया बैटिंग की. प्रसिद्ध की लेंथ कभी बहुत छोटी तो कभी बहुत फुल रही. शार्दुल ठाकुर को भी इसी समस्या से जूझना पड़ा.
29वें ओवर में लंच से ठीक पहले बुमराह ने अपनी ही बॉलिंग पर ज़ैक क्रावली का कैच छोड़ दिया. तब वे 42 पर थे.
लंच के बाद डकेट ने और तेज़ी से रन बनाए. बुमराह की फुल लेंथ गेंद को उन्होंने चौका जड़ा.
अगले ही ओवर में सिराज की गेंद को उन्होंने ड्राइव किया लेकिन एज लगने के बावजूद गेंद खाली स्लिप से निकल गई. गिल ने एक बार फिर स्लिप फ़ील्डरों को सही तरीके से नहीं लगाया था. तब डकेट 82 पर थे.
38वें ओवर में जडेजा आए और डकेट ने दो बार रिवर्स स्वीप मारकर चौके लगाए. इसके बाद जडेजा डकेट के ख़िलाफ़ असरदार नहीं रहे.
जब डकेट ने सिराज के बाउंसर को डीप स्क्वायर लेग की ओर खेला तो यशस्वी जायसवाल ने आसान कैच टपका दिया-डकेट तब 96 पर थे.
अगले ओवर में डकेट ने जडेजा को रिवर्स स्वीप करके चौका जड़ा और अपना शतक पूरा किया. 40 ओवर के बाद इंग्लैंड का स्कोर था- 177 बिना किसी नुकसान के.
फिर बारिश आ गई और खेल रुक गया. हेडिंग्ले के ऊपर काले बादल मंडरा रहे थे और भारतीय टीम पर हार के बादल.
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बारिश के बाद खेल फिर शुरू हुआ और इस बार भारतीय टीम थोड़ी तैयार दिखी. प्रसिद्ध ने अगले दो ओवरों में दो विकेट झटके-पहले डकेट को केएल राहुल के हाथों स्लिप में कैच कराया, फिर ओली पोप को इनस्विंगिंग गेंद पर बोल्ड कर दिया. इंग्लैंड का स्कोर हुआ 211/2.
लेकिन डकेट का हमला जारी रहा. उन्होंने जडेजा को रिवर्स स्वीप करके छक्का मारा.
आख़िरकार शार्दुल ठाकुर ने डकेट को आउट किया. डकेट ने ड्राइव खेला और शॉर्ट कवर पर सब्स्टीट्यूट फील्डर नितीश रेड्डी ने शानदार कैच लिया.
अगली गेंद पर ठाकुर ने हैरी ब्रुक को भी आउट कर दिया.
अब इंग्लैंड का स्कोर था 253/4. क्रीज़ पर जो रूट और स्टोक्स थे. ये दोनों अनुभवी खिलाड़ी कई बार इस स्थिति से टीम को निकाल चुके हैं.
बारिश ने एक बार फिर खेल को रोका, लेकिन इसका कोई असर इंग्लैंड पर नहीं पड़ा.
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स्टोक्स ने भी डकेट की तरह जडेजा को रिवर्स स्वीप करना शुरू किया. 22 रन के स्कोर पर उन्होंने एक और रिवर्स स्वीप किया, लेकिन पंत गेंद देख नहीं सके और कैच छूटा.
स्टोक्स आख़िरकार 33 रन पर जडेजा की गेंद पर रिवर्स स्वीप खेलते हुए आउट हुए. जडेजा की ये गेंद टॉप एज लगकर स्लिप पर खड़े कप्तान गिल के हाथों में गई. इंग्लैंड का स्कोर 302/5 था.
अब 28 ओवर बाकी थे और इंग्लैंड को 69 रन चाहिए थे. जो रूट (53) और जेमी स्मिथ (44) ने बिना जोखिम लिए सिंगल्स, डबल्स और कभी-कभार चौके लगाकर रन बनाए.
80वें ओवर के बाद भारत ने नई गेंद ली, लेकिन तब तक इंग्लैंड को सिर्फ 22 रन चाहिए थे.
82वें ओवर में स्मिथ ने जडेजा को एक चौका और दो छक्के लगाए. आखिरी छक्का वाइड लॉन्ग ऑन के ऊपर गया और इंग्लैंड ने जीत दर्ज की.
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