Glenn Maxwell (Photo Source: Getty)
पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने इस सीजन में इंडियन प्रीमियर लीग में खराब फॉर्म के लिए विदेशी खिलाड़ियों ग्लेन मैक्सवेल और लियाम लिविंगस्टोन की जमकर आलोचना की। क्रिकबज पर बात करते हुए सहवाग ने आरोप लगाया कि मैक्सवेल और लिविंगस्टोन जैसे खिलाड़ी आईपीएल के महीनों के दौरान छुट्टियां मनाने के लिए भारत आते हैं।
सहवाग ने आरोप लगाया कि दोनों खिलाड़ियों में कोई भूख नहीं बची है और उनके अंदर अब अपनी फ्रेंचाइजी के लिए ट्रॉफी जीतने में दिलचस्पी नहीं रखते हैं। उन्होंने आगे दावा किया कि दोनों खिलाड़ी छुट्टियां मनाना और पार्टी करना चाहते थे और उन्हें अपने प्रदर्शन को सुधारने में कोई दिलचस्पी नहीं थी।
वीरेंद्र सहवाग ने ग्लेन मैक्सवेल और विदेशी खिलाड़ियों को किया ट्रोलक्रिकबज पर बात करते हुए वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि, “मैक्सवेल, लिविंगस्टोन में अब कोई भूख नहीं बची है। वे अपनी छुट्टियां बिताने के लिए भारत आते हैं। ऐसा नहीं है कि वे अपनी टीमों से प्यार करते हैं, या उनके लिए मैच जीतने को लेकर जुनूनी हैं। उन्होंने अभी तक कोई ट्रॉफी नहीं जीती है और उन्हें इस साल यह जीत हासिल करनी है।”
उन्होंने आगे कहा, “मैंने कई विदेशी खिलाड़ियों के साथ खेला है, जिनमें से शायद एक या दो में ही भूख थी। ये अन्य खिलाड़ी केवल बातें करते हैं और मैदान पर कोई प्रदर्शन नहीं दिखाते।” सहवाग ने कहा, “डेविड वार्नर, एबी डिविलियर्स और ग्लेन मैकग्राथ तीन ऐसे खिलाड़ी हैं जो मुझसे कहा करते थे, ‘मैं तुम्हारे लिए मैच जीतूंगा, मुझे खिलाओ।’ मैं इस बात को लेकर असमंजस में रहता था कि किसे खिलाऊं और किसे बाहर करूं।
लेकिन मैंने अन्य खिलाड़ियों को देखा है – वेस्टइंडीज, श्रीलंकाई – जो सेमीफाइनल के बाद पूछते थे, ‘आज रात पार्टी कहां है?’ तब आपको पता चलता है कि कौन ट्रॉफी जीतना चाहता है और कौन यहां मौज-मस्ती करने आया है।”
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