नई दिल्ली: सरकारी रेलवे कंपनी Rail Vikas Nigam Ltd का स्टॉक सोमवार को निवेशकों की रडार पर है. स्टॉक में सोमवार को तेज़ी देखने को मिल रही है, साथ ही स्टॉक ने 395 रुपये के इंट्राडे हाई लेवल को भी टच किया है. कंपनी ने बताया है कि उसने साउथ सेंट्रल रेलवे से 143.3 करोड़ रुपये का नया कॉन्ट्रैक्ट जीता है. 5 जुलाई को स्टॉक एक्सचेंज अपडेट के अनुसार, RVNL को साउथर्न रेलवे के सेलम डिवीजन में इलेक्ट्रिक ट्रेन सिस्टम को अपग्रेड करने के लिए लेटर ऑफ एग्रीमेंट मिला है.
कंपनी को मिला प्रोजेक्ट
कंपनी ने शुक्रवार को बताया कि उसे साउथ सेंट्रल रेलवे से 143 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है. यह प्रोजेक्ट कुछ रेलवे सेक्शन में ट्रेनों के लिए इलेक्ट्रिक पावर सिस्टम में सुधार के बारे में है. इन सेक्शन में सेलम जंक्शन से पोदनूर जंक्शन तक, और इरुगुर से कोयंबटूर जंक्शन से पोदनूर जंक्शन तक शामिल है. सिस्टम को 1x25 kV से अधिक शक्तिशाली 2x25 kV सेटअप में अपग्रेड किया जाएगा. इस अपग्रेड से दक्षिण रेलवे को अधिक माल ढोने में मदद मिलेगी, जिसका टारगेट 3,000 मीट्रिक टन का लक्ष्य हासिल करना है.
143 करोड़ रुपये की लागत वाले इस कॉन्ट्रैक्ट को 24 महीने के भीतर कंपनी द्वारा पूरा किया जाना है.
इससे पहले 30 जून को दक्षिण मध्य रेलवे की 213.22 करोड़ की एक अन्य परियोजना के लिए आरवीएनएल सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी के रूप में उभरी थी. मई में, भले ही कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2025 में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, लेकिन फिर भी उसने वित्तीय वर्ष 2026 के लिए 20,000-22,000 करोड़ रेवेन्यू अर्जित करने के अपने टारगेट की पुष्टि की.
एलआईसी की हिस्सेदारी
कंपनी में एलआईसी की भी हिस्सेदारी है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, मार्च 2025 तक, कंपनी में एलआईसी के पास 121,688,493 शेयर यानी 5.84 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी.
शेयर परफॉरमेंस
हालांकि स्टॉक पिछले एक साल में 30 प्रतिशत तक गिरा है. लेकिन इसने पिछले 5 साल में निवेशकों को 1894 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. स्टॉक का 52 वीक हाई लेवल 647 रुपये का है, तो स्टॉक का 52 वीक ले लेवल 305 रुपये का है.
कंपनी को मिला प्रोजेक्ट
कंपनी ने शुक्रवार को बताया कि उसे साउथ सेंट्रल रेलवे से 143 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है. यह प्रोजेक्ट कुछ रेलवे सेक्शन में ट्रेनों के लिए इलेक्ट्रिक पावर सिस्टम में सुधार के बारे में है. इन सेक्शन में सेलम जंक्शन से पोदनूर जंक्शन तक, और इरुगुर से कोयंबटूर जंक्शन से पोदनूर जंक्शन तक शामिल है. सिस्टम को 1x25 kV से अधिक शक्तिशाली 2x25 kV सेटअप में अपग्रेड किया जाएगा. इस अपग्रेड से दक्षिण रेलवे को अधिक माल ढोने में मदद मिलेगी, जिसका टारगेट 3,000 मीट्रिक टन का लक्ष्य हासिल करना है.
143 करोड़ रुपये की लागत वाले इस कॉन्ट्रैक्ट को 24 महीने के भीतर कंपनी द्वारा पूरा किया जाना है.
इससे पहले 30 जून को दक्षिण मध्य रेलवे की 213.22 करोड़ की एक अन्य परियोजना के लिए आरवीएनएल सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी के रूप में उभरी थी. मई में, भले ही कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2025 में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, लेकिन फिर भी उसने वित्तीय वर्ष 2026 के लिए 20,000-22,000 करोड़ रेवेन्यू अर्जित करने के अपने टारगेट की पुष्टि की.
एलआईसी की हिस्सेदारी
कंपनी में एलआईसी की भी हिस्सेदारी है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, मार्च 2025 तक, कंपनी में एलआईसी के पास 121,688,493 शेयर यानी 5.84 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी.
शेयर परफॉरमेंस
हालांकि स्टॉक पिछले एक साल में 30 प्रतिशत तक गिरा है. लेकिन इसने पिछले 5 साल में निवेशकों को 1894 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. स्टॉक का 52 वीक हाई लेवल 647 रुपये का है, तो स्टॉक का 52 वीक ले लेवल 305 रुपये का है.
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