गुवाहाटी/नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को उड़ीसा के झारसुगुड़ा से देश के पहले पूर्ण स्वदेशी 4जी स्टैक और बीएसएनएल के 1 लाख स्वदेशी 4जी टावरों का उद्घाटन किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने असम से वर्चुअल रूप से कार्यक्रम में भाग लिया और इस उपलब्धि के महत्व को साझा किया। उन्होंने कहा कि संचार विभाग ने प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के तहत स्वदेशी 4जी स्टैक बनाने का निर्णय लिया और केवल 22 महीनों में भारत इस उपलब्धि को हासिल करने में सफल रहा है। यह भारत के लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि देश दूरसंचार क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व की ओर बढ़ रहा है।
राज्यों में टावरों का उद्घाटन
उड़ीसा के साथ-साथ विभिन्न राज्यों में टावरों का उद्घाटन किया गया, जहां कई नेता कार्यक्रम से जुड़े। उड़ीसा में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, आंध्र प्रदेश में केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू, उत्तर प्रदेश में केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी, और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल रहे।
22 महीनों में स्वदेशी 4जी स्टैक का निर्माण
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वदेशी 4जी स्टैक को जनता को समर्पित करते हुए कहा कि कई चुनौतियों के बावजूद, भारत के विशेषज्ञों और संचार विभाग ने महज 22 महीनों में इसे तैयार किया है। यह भारत की तकनीकी क्षमता और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह स्टैक और 1 लाख नए टावर गांव-गांव तक कनेक्टिविटी प्रदान करेंगे, जिससे विकास की नई कहानी लिखी जाएगी।
हाई स्पीड इंटरनेट की नई सुविधा
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि इस परियोजना से 2 करोड़ से अधिक लोगों को लाभ मिलेगा। लगभग 30,000 गांवों में, जहां पहले हाई स्पीड इंटरनेट की सुविधा नहीं थी, अब यह सेवा उपलब्ध होगी। इससे छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा, किसानों को मौसम की जानकारी, और उद्यमियों को वैश्विक बाजार तक पहुंचने का अवसर मिलेगा।
डिजिटल भारत निधि के तहत टावरों का सक्रियण
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने बताया कि डिजिटल भारत निधि के तहत लक्षित 27,106 टावरों में से 19,823 को सक्रिय किया गया है। इसके माध्यम से 26,327 गांवों और लगभग 20 लाख परिवारों को शिक्षा, स्वास्थ्य और प्रशासन की सुविधाएं मिल रही हैं।
स्वदेशी तकनीक का प्रतीक
सिंधिया ने कहा कि यह 4जी नेटवर्क पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित है। इसमें सी-डॉट ने कोर नेटवर्क, तेजस नेटवर्क ने रेडियो एक्सेस नेटवर्क (RAN) और टीसीएस ने इंटीग्रेशन का कार्य किया है। यह नेटवर्क पूरी तरह से सॉफ्टवेयर-ड्रिवन और क्लाउड-बेस्ड है। इस उपलब्धि के साथ, भारत दुनिया का पांचवां देश बन गया है जिसके पास अपनी संपूर्ण 4जी स्टैक क्षमता है।
भारत की तकनीकी ताकत का प्रतीक
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत इस स्वदेशी तकनीक को अपने मित्र देशों के साथ साझा करेगा। प्रधानमंत्री मोदी की यह पहल आत्मनिर्भर भारत का एक मजबूत प्रतीक है, जो सामाजिक न्याय और डिजिटल समानता की गारंटी देती है।
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