स्कूल समय में बदलाव: उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का आगमन हो चुका है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी और दिल्ली में बारिश के कारण तापमान में तेजी से गिरावट आई है। इस स्थिति ने विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर खतरा बढ़ा दिया है। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली जैसे राज्यों में प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूलों के समय में बदलाव किया है।
तापमान में भारी गिरावट
दिसंबर की शुरुआत ने उत्तर भारत में ठंड का संकेत दिया है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की पहाड़ियों में लगातार बर्फबारी और मैदानी क्षेत्रों में बारिश ने शीतलहर को और तेज कर दिया है। दिल्ली में हल्की बारिश और तेज हवाओं के कारण तापमान में गिरावट आई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ सकती है। विशेषज्ञों ने बच्चों और बुजुर्गों को सावधानी बरतने और गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी है।
स्कूलों के समय में व्यापक बदलाव
मध्य प्रदेश में ठंड का प्रभाव सबसे अधिक देखा जा रहा है। बच्चों को ठंड से बचाने के लिए प्रशासन ने स्कूलों के समय में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं।
ग्वालियर: कलेक्टर रुचिका सिंह चौहान ने आदेश दिया है कि 16 दिसंबर 2024 से 31 जनवरी 2025 तक कक्षा 8 तक के सभी सरकारी और निजी स्कूलों का संचालन सुबह 9 बजे से शुरू होगा। आंगनबाड़ियों का समय भी सुबह 10 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक निर्धारित किया गया है। छोटे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है।
मंदसौर: मंदसौर जिले में ठंड को देखते हुए सभी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल सुबह 9 बजे से शुरू होंगे। कलेक्टर अदिति गर्ग ने यह निर्देश दिए हैं कि यह आदेश सभी सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों पर लागू होगा।
सीधी: सीधी जिले में भी ठंड के कारण समय में बदलाव किया गया है। नर्सरी से कक्षा 8 तक की कक्षाएं अब सुबह 9 बजे से 3 बजे तक चलेंगी। सीनियर कक्षाओं का समय यथावत रहेगा।
अन्य जिलों में भी समय सारणी में बदलाव
मध्य प्रदेश के शाजापुर और मंडला जैसे जिलों में भी ठंड के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है।
शाजापुर और मंडला: यहां नर्सरी से 8वीं तक की कक्षाएं सुबह 9 बजे से संचालित होंगी। कलेक्टर ऋजु बाफना ने आदेश जारी किया है कि छोटे बच्चों को शीतलहर से बचाने के लिए यह कदम उठाया गया है।
भोपाल, इंदौर और रीवा: इन प्रमुख शहरों में भी प्रशासन ने समय सारणी में बदलाव किया है। इंदौर के प्रभारी कलेक्टर शिवम वर्मा ने निर्देश दिए हैं कि कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल सुबह 9 बजे के बाद ही शुरू होंगे। यह आदेश सभी सरकारी, गैर-सरकारी और मान्यता प्राप्त स्कूलों पर लागू होगा।
ठंड में बच्चों के स्वास्थ्य का ख्याल कैसे रखें
शीतलहर और ठंड के मौसम में बच्चों की सेहत पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है। विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड के दौरान बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे उन्हें सर्दी-जुकाम और फ्लू जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
- गर्म कपड़े पहनाएं: बच्चों को पर्याप्त गर्म कपड़े पहनने के लिए प्रेरित करें।
- पौष्टिक आहार दें: उनकी डाइट में विटामिन-सी युक्त फलों और गर्म सूप जैसे पौष्टिक खाद्य पदार्थ शामिल करें।
- सुबह जल्दी बाहर न भेजें: अत्यधिक ठंड के समय बच्चों को सुबह जल्दी बाहर भेजने से बचें।
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