जामुन का परिचय
जामुन के पोषक तत्व
जामुन का सेवन कैसे करें
जामुन के फायदे जामुन के फायदे
मधुमेह के उपचार में जामुन बहुत लाभकारी है। इसके गुठलियों को सुखाकर पीसकर सेवन करने से शुगर का स्तर सामान्य रहता है।
एसिडिटी में जामुन का भूना हुआ चूर्ण और काला नमक के साथ सेवन करने से राहत मिलती है।
जामुन में कैंसर रोधी गुण होते हैं, जो कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी के बाद फायदेमंद होते हैं।
पथरी में जामुन का सेवन लाभकारी होता है। इसकी गुठली का चूर्ण दही के साथ मिलाकर खाने से फायदा होता है।
जामुन पाचन शक्ति को बढ़ाता है और पेट से संबंधित विकारों को कम करता है।
मुंह में छाले होने पर जामुन के रस का प्रयोग लाभकारी होता है।
जामुन की छाल को पीसकर मंजन करने से दांत मजबूत होते हैं।
दस्त या खूनी दस्त में जामुन का सेवन करना चाहिए।
अगर आवाज में दिक्कत हो रही हो, तो जामुन की गुठली के काढ़े से कुल्ला करें।
मुंहासे के लिए जामुन की गुठलियों का पाउडर गाय के दूध के साथ मिलाकर चेहरे पर लगाना फायदेमंद है।
जामुन एक ऐसा फल है जो थोड़े समय के लिए उपलब्ध होता है, लेकिन इसके स्वास्थ्य लाभ अत्यधिक होते हैं। यह न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करती है।
जामुन के पोषक तत्व
जामुन का फल और इसकी गुठली रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में सहायक होती है। 100 ग्राम जामुन में लगभग 62 किलो कैलोरी ऊर्जा, 1.2 मिलीग्राम लोहा, 15 मिलीग्राम कैल्शियम, 15 मिलीग्राम फास्फोरस, 18 मिलीग्राम विटामिन सी, 48 माइक्रोग्राम कैरोटीन, 55 मिलीग्राम पोटेशियम, 35 मिलीग्राम मैग्नीशियम और 25 मिलीग्राम सोडियम पाया जाता है।
जामुन का सेवन कैसे करें
यह फल पाचन तंत्र के लिए भी लाभकारी है। खासकर, डायबिटीज के मरीज इसे खा सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि इसे खाली पेट नहीं खाना चाहिए और जामुन खाने के बाद दूध का सेवन नहीं करना चाहिए।
जामुन के फायदे जामुन के फायदे
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