Nishikant Dubey On Siddaramaiah: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले ने देश में सियासी तूफान खड़ा कर दिया है. इस हमले में 26 लोगों की जान गई. न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए बल्कि राजनीतिक दलों के बीच तीखी बयानबाजी को भी जन्म दिया. कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बयान ने इस विवाद को और हवा दी. जिसके बाद भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने उन पर जमकर निशाना साधा.
सिद्धारमैया का बयान बना विवाद का केंद्रकर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पहलगाम हमले को सुरक्षा चूक का परिणाम बताते हुए कहा ‘युद्ध की कोई जरूरत नहीं है. हम पाकिस्तान के साथ युद्ध के पक्ष में नहीं हैं. हमें कड़े कदम उठाने चाहिए और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना चाहिए.’ उन्होंने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा और कहा ‘प्रधानमंत्री को सर्वदलीय बैठक में होना चाहिए था. लेकिन वह बिहार में चुनाव प्रचार कर रहे थे. उनके लिए क्या महत्वपूर्ण है? वह लोगों को टोपी पहना रहे हैं.’
सिद्धारमैया ने जोर देकर कहा कि देश में शांति और लोगों की सुरक्षा सर्वोपरि है. उन्होंने केंद्र सरकार पर खुफिया एजेंसियों की नाकामी का आरोप लगाया और कहा कि कश्मीर में पर्यटकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र की थी.
सिद्धारमैया के इस बयान पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने सिद्धारमैया की देशभक्ति पर सवाल उठाते हुए कहा ‘मेरा कहना है कि सिद्धारमैया देशभक्त हैं या देशद्रोही, यह लोगों को पता करना चाहिए.’ दुबे ने कांग्रेस की दोहरी नीति पर भी प्रहार किया. उन्होंने कहा कि एक तरफ राहुल गांधी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सरकार के कदमों का समर्थन करने की बात कह रहे हैं. वहीं सिद्धारमैया जैसे नेता विरोध में बयानबाजी कर रहे हैं.
दुबे ने आगे कहा ‘मुझे राहुल गांधी से कुछ पूछने की जरूरत नहीं है. मुझे अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पर पूरा भरोसा है.’ उनके इस बयान ने सियासी माहौल को और गर्म कर दिया और सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे पर तीखी बहस छिड़ गई.
कांग्रेस और भाजपा में तनातनीसिद्धारमैया के बयान को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर पाकिस्तान समर्थक होने का आरोप लगाया. कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में सिद्धारमैया को ‘पाकिस्तानी दलाल’ तक कहा गया और उनके बयान को पाकिस्तानी मीडिया द्वारा तूल दिए जाने का हवाला दिया गया. दूसरी ओर कांग्रेस ने सिद्धारमैया का बचाव करते हुए कहा कि उनका बयान युद्ध का विरोध करने और शांति की वकालत करने का था, न कि पाकिस्तान का समर्थन.
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा ‘पहलगाम हमले को लेकर कांग्रेस के कुछ बड़े नेता ऐसे बयान दे रहे हैं. जो हमें ठेस पहुंचा रहे हैं.’ उन्होंने सिद्धारमैया के साथ-साथ रॉबर्ट वाड्रा और मणिशंकर अय्यर के बयानों पर भी आपत्ति जताई.
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