संभल, 27 अप्रैल . जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वाले लोगों की आत्मा की शांति के लिए संभल जिले में एक विशेष यज्ञ का आयोजन किया गया. यह आयोजन वैश्य महासभा द्वारा गोरी सहाय मंदिर में किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों, संतों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. यज्ञ के माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई और आतंकवाद के खात्मे के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई.
इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने इस अमानवीय कृत्य की घोर निंदा की और केंद्र सरकार से आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की.
गौरव गुप्ता ने कहा कि हम लोगों ने पहलगाम में आतंकवादियों के हाथों मारे गए निर्दोष लोगों की स्मृति में एकत्र हुए हैं. हमने पीड़ितों के लिए शोक सभा और यज्ञ का आयोजन किया है, ताकि उनकी आत्मा को शांति मिले. इस अवसर पर हमने राष्ट्र के समक्ष मौजूद संकटों पर विचार-मंथन किया. यज्ञ के माध्यम से हमने समाज से असुरक्षा और अशुद्धता के विनाश के लिए आहुतियां दीं, ताकि हमारा समाज सुखी और समृद्ध हो.
उन्होंने आगे कहा कि दुश्मन देशों और उनके निवासियों के आक्रामक व्यवहार से स्वाभाविक रूप से हमारे मन में आक्रोश उत्पन्न होता है. हमें इस स्थिति का पूर्ण प्रतिकार करना होगा. हमें दृढ़ता से दुश्मन देशों के कृत्यों का विरोध करना चाहिए, ताकि विश्व को यह संदेश जाए कि हम सभी को अपना मानते हैं, लेकिन जब कोई हम पर आक्रमण करेगा, तो हम उसका करारा जवाब देंगे. हम किसी भी निर्दोष की हत्या का कड़ा विरोध करते हैं और इस तरह की घटनाओं का प्रतिरोध करते हैं. हमारा उद्देश्य एक शांतिपूर्ण और सुरक्षित समाज की स्थापना करना है.
विरेन कुमार गुप्ता ने कहा कि हमने पहलगाम में हुए क्रूर आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष सैलानियों और मेहमानों की स्मृति में हवन और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया है. यह हवन उन आत्माओं को शांति और श्रद्धांजलि अर्पित करने का प्रतीक है. धर्म के आधार पर इस तरह की क्रूरता, जो सभी सीमाओं को पार कर गई, एक ऐसा जघन्य कृत्य है, जिसकी समस्त राष्ट्र एक स्वर में निंदा कर रहे हैं. हम प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह करते हैं कि इस हमले के पीछे छिपी आसुरी शक्तियों का समूल नाश किया जाए. इस हवन के माध्यम से हमने प्रार्थना की है कि ये दुष्ट शक्तियाँ, जो सिर उठा रही हैं, उनका पूर्ण विनाश हो. हम चाहते हैं कि सनातन धर्म और सत्य का मार्ग अग्रसर हो और धर्म की जय हो. जब दुष्ट व्यक्ति सुधार का मार्ग नहीं अपनाता, तो उसे दंड देना ही एकमात्र विकल्प बचता है. ऐसी परिस्थितियों में युद्ध भी अनिवार्य हो जाता है, ताकि भविष्य में ये शक्तियां दोबारा सिर न उठाएं और उनका पूर्ण रूप से नाश हो.
नरेंद्र स्वामी ने कहा कि आज हमने पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा निर्दोष लोगों की निर्मम हत्या के शिकार लोगों की स्मृति में शांति पाठ का आयोजन किया है. हम प्रभु से प्रार्थना करते हैं कि इन निर्दोष आत्माओं को शांति मिले. साथ ही, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह करता हूं कि जिन आतंकवादियों ने इस जघन्य कृत्य को अंजाम दिया और जिन्होंने इसे करवाया, उन सभी को कठोर से कठोर सजा दी जाए. हमारा यह संकल्प है कि ऐसे अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा. भारत माता की जय!
एक स्थानीय ने कहा कि पहलगाम में हमारे हिंदू भाइयों का नृशंस नरसंहार हुआ है. उनकी आत्माओं की शांति के लिए हमने वैदिक सनातन परंपरा के अनुसार भगवान से प्रार्थना की है. हमने यह भी कामना की है कि जिन दुष्टों ने यह जघन्य और पापपूर्ण कृत्य किया, उनका समूल नाश हो. साथ ही, जो देश इस अपराध में उनके सहयोगी हैं, वे भी पूर्ण रूप से नष्ट हो जाएं, यह हमारी भगवान से प्रार्थना है. हमारा देश छोटे-मोटे देशों से युद्ध में कभी डरने वाला नहीं है. हमारे प्रधानमंत्री हर पल ऐसी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं.
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पीएसके/केआर
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