New Delhi, 6 नवंबर . अमेरिका के President डोनाल्ड ट्रंप ने India और रूस के बीच तेल व्यापार रोकने की भरपूर कोशिश की है, फिर चाहे वह रूसी तेल कंपनियों पर प्रतिबंध लगाना हो या फिर India के ऊपर टैरिफ के जरिए दबाव बनाना. इस बीच India में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने कहा है कि मॉस्को की दो सबसे बड़ी तेल कंपनियों पर अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद India ‘भारी मात्रा में’ फीडस्टॉक खरीद रहा है.
अमेरिकी President ने कई बार इस बात का दावा किया है कि India ने रूस से तेल खरीदना बंद कर दिया या कम कर दिया है. हालांकि, India ने इन दावों से इनकार किया. बता दें, हाल ही में अमेरिका ने दो रूसी तेल कंपनियों पर प्रतिबंध भी लगाए हैं.
वहीं, रूसी मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में, अलीपोव ने कहा कि अक्टूबर 2025 के अनुमान के अनुसार, India द्वारा रूसी फीडस्टॉक की खरीद लगभग 1.75 मिलियन बैरल प्रतिदिन के स्तर पर ही रहेगी.
अलीपोव ने आगे कहा, “यह आंकड़ा पहले भी उछला था, अब भी उछल रहा है. कुछ महीनों में ज्यादा और कुछ में कम, औसतन लगभग उसी स्तर पर रहा है.”
पिछले महीने, ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर मॉस्को की सबसे बड़ी तेल कंपनियों, रोसनेफ्ट और लुकोइल, पर प्रतिबंधों की घोषणा की थी. प्रतिबंधों की घोषणा करते समय स्कॉट बेसेंट ने कहा था, “अब समय आ गया है कि हत्याएं रोकी जाएं और तत्काल युद्धविराम किया जाए.”
अमेरिका का कहना है कि रूस व्यापार से मिलने वाले पैसों का इस्तेमाल यूक्रेन के खिलाफ हमले करने में खर्च करता है. ऐसे में आर्थिक रूप से रूस को तोड़ने की कोशिशों में ट्रंप Government लगातार दबाव बनाने की कोशिश कर रही है.
India में सूरजमुखी के तेल का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. पिछले चार वर्षों में रूसी सूरजमुखी तेल की आपूर्ति यूक्रेन की तुलना में India में बारह गुना ज्यादा हो गई है.
2022 में रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ने के बाद से, कीव का सूरजमुखी तेल निर्यात बड़े पैमाने पर यूरोप की ओर मुड़ गया है. इससे रूस को India के विशाल बाजार में प्रवेश करने का मौका मिला है.
–
केके/एबीएम
You may also like

Multibagger Stock: एक साल में करीब पांच गुने का रिटर्न, मिल रहा है एक पर एक शेयर का बोनस, क्या करती है कंपनी

यूरोपा लीग: एस्टन विला ने मकाबी तेल अवीव को 2-0 से हराया, मैच के दौरान प्रदर्शन और गिरफ्तारियां

बिहार में एनडीए की 160 से अधिक सीटों के साथ बनेगी सरकार : जेपी नड्डा

बिहार के वोटिंग उत्साह ने दुनिया का खींचा ध्यान, देश की राजनीति और आगामी चुनावों के समीकरण बदलने के संकेत

जेंडर को लेकर ट्रंप की नीति पर सुप्रीम कोर्ट की लगी मुहर, पासपोर्ट पर केवल होंगे मेल और फीमेल ऑप्शन




