मुबंई, 1 जून . प्रो कबड्डी लीग के 12वें सीजन के लिए रविवार को एक रोमांचक नीलामी प्रकिया संपन्न हुई. कुल 12 फ्रेंचाइजियों ने आगामी सीजन के लिए अहम खिलाड़ियों को खरीदा और मजबूत टीम का निर्माण किया. पहले दिन का आकर्षण थे 10 करोड़पति. दो बार के चैंपियन मोहम्मदरेजा शादलोई 2.23 करोड़ रुपए की बड़ी कीमत पर गुजरात जायंट्स में शामिल हुए.
दो करोड़ के क्लब में मोहम्मदरेजा शादलोई के साथ पीकेएल 11 में सर्वश्रेष्ठ रेडर देवांक दलाल थे. उन्हें बंगाल वॉरियर्स ने 2.205 करोड़ में साइन किया. वह शनिवार को शादलोई पर लगी बोली के बाद नीलामी में पांचवें सबसे महंगे खिलाड़ी बने.
नए फाइनल बिड मैच नियम को भी दो दिनों में लागू किया गया, जिससे टीमों को अपने रिलीज किए गए खिलाड़ियों को अंतिम नीलामी बोली मूल्य से मिलान करके एक या दो सीजन के लिए वापस खरीदने की अनुमति मिल गई. पांच खिलाड़ियों को दो जबकि नौ खिलाड़ियों को एक सीजन के लिए बनाए रखा गया.
कैटेगरी सी ऑलराउंडर्स के लिए एक सुनहरा मौका था. इसमें नितिन रावल, गुरदीप और धीरज जैसे खिलाड़ियों को ऊंची बोली मिली. नितिन 50 लाख की कीमत पर जयपुर पिंक पैंथर्स में शामिल हुए, गुरदीप को पुनेरी पल्टन ने 47.10 लाख रुपए में साइन किया. वहीं, धीरज 40.20 लाख रुपए में बेंगलुरु बुल्स की टीम में शामिल हुए.
हालांकि, इस श्रेणी में रेडर आकाश शिंदे को सबसे अधिक 53.10 लाख की कीमत मिली. उन्हें बेंगलुरु बुल्स ने खरीदा.
नीलामी में सबसे आश्चर्यजनक फ्रेंचाइजियों के बीच अनिल मोहन के लिए प्रतिस्पर्धा रही. उन्हें यू मुम्बा ने 78 लाख रुपए में खरीदा. प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) के इतिहास में श्रेणी डी में यह अब तक की सबसे बड़ी बोली थी.
हिमाचल प्रदेश के इस ऑलराउंडर के लिए दूसरे दिन दोनों श्रेणियों को मिलाकर सबसे बड़ी बोली लगी. उदय पार्टे पर डी श्रेणी में दूसरी सबसे बड़ी बोली लगी. उन्हें जयपुर पिंक पैंथर्स ने 50.10 लाख रुपए में अपने साथ जोड़ा.
खिलाड़ियों की नीलामी के बारे में बात करते हुए, प्रो कबड्डी लीग के लीग कमिश्नर अनुपम गोस्वामी ने कहा, “यह बहुत सकारात्मक है कि पीकेएल 12 की नीलामी में पहले दिन की गति दूसरे दिन भी बरकरार रही. टीमों ने श्रेणी सी और डी में मजबूत रुचि दिखाई है, खासकर पीकेएल के नवोदित खिलाड़ी अनिल मोहन के लिए 78 लाख रुपए की खरीद के माध्यम से, जो हमारे लीग के इतिहास में श्रेणी डी के खिलाड़ी के लिए अब तक की सबसे अधिक राशि है. ऐसे नए खिलाड़ी अक्सर एक टीम की रीढ़ होते हैं, और उनके विकास में निवेश करना लंबी अवधि के लिए प्रतिस्पर्धी टीमों के निर्माण की कुंजी है. बेशक, इस सीजन में 10 ‘करोड़पति’ खिलाड़ियों का उभरना एक संतुलित बाजार को दर्शाता है, जहां स्थापित नामों और नई प्रतिभाओं दोनों को उचित रूप से महत्व दिया जा रहा है. यह आगे एक और प्रतिस्पर्धी सीजन के लिए माहौल तैयार करता है.”
यू मुंबा से जुड़े अनिल मोहन ने कहा, “आखिरकार पीकेएल का हिस्सा बनना और अपनी कड़ी मेहनत का फल पाना बहुत रोमांचक है. मैं आगामी सीजन के लिए मुझे साइन करने के लिए यू मुंबा का आभारी हूं और उम्मीद करता हूं कि मैं अपनी छाप छोड़ूंगा. मुंबा ने पहले भी कई रेडिंग सितारों को तैयार किया है और मुझे उम्मीद है कि मैं उनके नक्शेकदम पर चल पाऊंगा. इस लीग में खेलना एक सपने के सच होने जैसा है और मैं यह सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश करूंगा कि मैं मुझ पर जताए गए विश्वास पर खरा उतर सकूं.”
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पीएके/एकेजे
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