जम्मू-कश्मीर, 7 मई . पहलगाम आतंकी हमले का बदला भारत ने पाकिस्तान और पीओके में एयर स्ट्राइक से लिया है. भारतीय सेना ने नौ आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर को सफलता पूर्वक अंजाम दिया है. राज्यसभा सांसद गुलाम अली खटाना ने कहा कि पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए ये कार्रवाई जरूरी थी.
राज्यसभा सांसद गुलाम अली खटाना ने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि पाकिस्तान को मालूम होना चाहिए कि भारत में लोगों द्वारा चुनी गई सरकार है और नरेंद्र मोदी इसका नेतृत्व कर रहे हैं. हम जो कहते हैं, वो करते हैं. पहले भी पुलवामा और उरी हमले का जवाब भारतीय सेना दे चुकी है. आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त किया गया था. उसके बाद बॉर्डर पर थोड़ी शांति हो गई थी लेकिन पाकिस्तान है कि अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है.
खटाना ने आगे कहा कि पाकिस्तान ने 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला कराया. इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी. आतंकवादियों ने लोगों को चुन-चुनकर निशाना बनाया था. पाकिस्तान की इस कायराना हरकत का जवाब देना जरूरी था. पाकिस्तान के दहशतगर्दी के जो ठिकाने हैं, उन्हें भारत ने ध्वस्त किया है. आशा है कि इसका सबूत जरूर मिलेगा.
गौरतलब है कि भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के करीब दो हफ्ते बाद पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है. लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेजिस्टेंस फ्रंट ने बैसरन घाटी में 26 लोगों की निर्ममता से हत्या कर दी थी. भारतीय सेना के मुताबिक, हमलावरों से जुड़े आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाकर यह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सटीकता के साथ किया गया. भारत सरकार ने पुष्टि की है कि सभी नौ ठिकानों पर सफलतापूर्वक हमला किया गया, जिससे पाकिस्तान में कोई भी नागरिक या सैन्य ढांचा प्रभावित नहीं हुआ.
22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में भारत की कार्रवाई का हिस्सा था, जिसमें जम्मू-कश्मीर में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की जान चली गई थी. यह ऑपरेशन भारत द्वारा यह सुनिश्चित करने के लिए एक सुनियोजित कदम था कि हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाए.
–
एएसएच/केआर
The post first appeared on .
You may also like
सलमान खान की दोस्ती और सनील शेट्टी की प्रशंसा
Aaj Ka Panchang, 26 May 2025 : आज वट सावित्री व्रत, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय
हन्ना गुटिएरेज़-रीड को मिली पैरोल, पीड़ित परिवार से दूर रहने का आदेश
Hera Pheri 3 में परेश रावल की विदाई: कानूनी विवाद और वित्तीय नुकसान
जान्हवी कपूर की आत्म-संकोच और नई फिल्में: एक नजर