बीजिंग, 12 सितंबर . वैश्विक विकास, सुरक्षा और सभ्यता पर अपनी पहलों के बाद, चीन ने हाल ही में एक और बेहतर समाधान प्रस्तुत किया है: वैश्विक शासन पहल. ये चार पहल अंतर्राष्ट्रीय मामलों के प्रबंधन के लिए एक व्यापक ढांचा तैयार करती हैं, जो अशांत दुनिया में एक स्थिर आधार प्रदान करती हैं.
अस्सी साल पहले, दो विश्व युद्धों की तबाही ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को एक गहन पुनर्विचार के लिए प्रेरित किया, जिसके परिणामस्वरूप संयुक्त राष्ट्र का जन्म हुआ और वैश्विक शासन में एक नए अध्याय की शुरुआत हुई. 80 साल बाद, शांति, विकास, सहयोग और व्यापक जीत की दिशा में हमारे समय की प्रवृत्ति अपरिवर्तित बनी हुई है, लेकिन शीत युद्ध की मानसिकता, आधिपत्यवाद और संरक्षणवाद की छाया अभी भी बनी हुई है. दुनिया उथल-पुथल और परिवर्तन के एक नए दौर में प्रवेश कर चुकी है और वैश्विक शासन एक नए मोड़ पर पहुंच गया है.
हाल ही में आयोजित एससीओ थ्येनचिन शिखर सम्मेलन में, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने एक वैश्विक शासन पहल पेश की, जो परिवर्तन और अराजकता से भरे विश्व को संचालित करने के लिए एक वैचारिक ढांचा और कार्य मार्गदर्शिका प्रदान करती है, और अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को अधिक निष्पक्ष और न्यायसंगत बनाने के लिए एक सर्वोत्तम समाधान प्रस्तुत करती है.
गौरतलब है कि वैश्विक शासन पहल, अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था की दुविधा के दर्द बिंदुओं और कठिनाइयों को सीधे संबोधित करती है, और “संप्रभु समानता के आधार पर आदर्श के रूप में अंतरराष्ट्रीय कानून का शासन, मार्ग के रूप में बहुपक्षवाद, लक्ष्य के रूप में लोगों की भलाई, और गारंटी के रूप में व्यावहारिक सहयोग” पर एक शासन मॉडल का निर्माण करती है, जो “संयुक्त परामर्श, संयुक्त निर्माण और साझा लाभ” के सिद्धांत को एक परिचालन संस्थागत डिजाइन में बदल देती है.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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