रांची, 22 जून . ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी ने रांची में रविवार को अपना 40वां स्थापना दिवस बलिदान दिवस के रूप में मनाया. कार्यक्रम में राज्य भर से जुटे हजारों कार्यकर्ताओं ने अलग झारखंड राज्य के आंदोलन में कुर्बानी देने वाले और संघर्ष करने वाले छात्रों-युवाओं के योगदान को याद करते हुए एक बार फिर से राजनीतिक बदलाव की लड़ाई तेज करने का संकल्प लिया.
खेलगांव के हरिवंश टाना भगत इनडोर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पार्टी के अध्यक्ष और झारखंड के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो ने कहा कि आज झारखंड में कहने को अलग राज्य के लिए आंदोलन करने वालों की सरकार है, लेकिन स्थिति यह है कि आज इस राज्य के युवा अपनी ही धरती पर अपने परिचय और पहचान के मोहताज हो गए हैं. हर साल पांच लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का वादा कर सत्ता में आई इस सरकार ने उन्हें धोखा दिया है.
सुदेश महतो ने सवाल उठाया कि पिछले साढ़े पांच साल में यह सरकार बताए कि उसने कितने लोगों को नौकरी दी या रोजगार मुहैया कराया. इतना बड़ा झूठ बोलकर कोई कैसे सरकार चला सकता है? आजसू अध्यक्ष ने राज्य सरकार पर ‘मंईयां सम्मान योजना’ के नाम पर सरकारी धन के दुरुपयोग का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि ऐन चुनाव के वक्त लाखों महिलाओं के खाते में ढाई-ढाई हजार रुपए भेजकर सरकारी रकम से चुनाव को प्रभावित किया गया.
सुदेश महतो ने कहा कि इस सरकार ने चुनाव के वक्त जिन महिलाओं के खातों में पैसा भेजा, अब उनमें से साढ़े छह लाख महिलाओं को योजना के लिए अयोग्य घोषित कर उनसे राशि वसूलने की बात हो रही है. इतनी बड़ी गड़बड़ी की जिम्मेदारी आखिर मुख्यमंत्री और उनके अधिकारी क्यों नहीं लेते? उन्होंने कहा कि इस सवाल को हम सिर्फ सम्मेलन में नहीं उठा रहे, बल्कि इस मुद्दे को लेकर पूरे राज्य में जाएंगे.
आजसू अध्यक्ष ने कहा कि वर्ष 1986 से 2000 तक आजसू का न तो कोई विधायक था और न ही सांसद, लेकिन हजारों-लाखों छात्रों ने इस बैनर और झंडे के नीचे जबरदस्त आंदोलन और संघर्ष कर अलग झारखंड की लड़ाई को मुकाम तक पहुंचाया. पार्टी के कार्यकर्ता एक बार फिर उसी तेवर के साथ सड़क पर उतरेंगे.
कार्यक्रम को पार्टी के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, विधायक निर्मल महतो, पूर्व विधायक लंबोदर महतो, पार्टी के महासचिव देवशरण भगत, वरिष्ठ नेता प्रवीण प्रभाकर सहित कई अन्य ने संबोधित किया. कार्यक्रम की शुरुआत में अलग राज्य के आंदोलन के दौरान शहीद हुए लोगों की याद में बनाई गई शहीद वेदी पर पुष्प अर्पित किया गया और उनकी याद में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई.
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एसएनसी/डीएससी/एकेजे
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