By Jitendra Jangid- दोस्तो आज के डिजिटल वर्ल्ड में स्मार्टफोन हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गए है, जो ना केवल हमारे मनोरंजन बल्कि हमारे जरूर दस्तावेज, वीडियो, फोटोज संग्रहित के लिए काम आते हैं, ऐसे में अगर यह खो जाएं तो परेशानी का सबब बन सकता हैं, लेकिन आप घबराएं नहीं , पूरे भारत में कुछ अप्रत्याशित हो रहा है। लोगों को उनके खोए या चोरी हुए फोन वापस मिल रहे हैं - यहाँ तक कि 2-3 साल से गुम हुए फोन भी - कूरियर के ज़रिए सीधे उनके दरवाज़े पर डिलीवर किए जा रहे हैं, आइए जानते हैं इस नई तकनीक के बारे में-

संचार साथी पोर्टल के ज़रिए CEIR की शुरुआत
भारत सरकार ने संचार साथी पोर्टल के ज़रिए उपलब्ध सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (CEIR) नामक एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म लॉन्च किया है।
इसका मुख्य उद्देश्य: खोए या चोरी हुए मोबाइल डिवाइस को ब्लॉक करना, ट्रेस करना और रिकवर करना है।
यह कैसे काम करता है
डिवाइस को ब्लॉक करना
उपयोगकर्ता CEIR सिस्टम पर IMEI नंबर की रिपोर्ट करके अपने खोए/चोरी हुए फोन को ब्लॉक कर सकते हैं। एक बार ब्लॉक हो जाने के बाद, फोन भारत के सभी नेटवर्क पर इस्तेमाल के लायक नहीं रह जाता।
अगर आपका फोन खो गया है या चोरी हो गया है, तो तुरंत कार्रवाई करने का तरीका यहां बताया गया है:

संचार साथी पोर्टल पर जाएं
Google पर संचार साथी खोजें या सीधे यहां जाएं: sancharsaathi.gov.in
CEIR सेक्शन तक पहुंचें
‘नागरिक केंद्रित सेवाएं’ पर जाएं
‘अपना खोया/चोरी हुआ मोबाइल हैंडसेट ब्लॉक करें’ पर क्लिक करें
आवश्यक विवरण भरें
आपका वर्तमान मोबाइल नंबर
खोए हुए डिवाइस का IMEI नंबर (बॉक्स या खरीद बिल पर पाया गया)
अन्य आवश्यक विवरण (जैसे, डिवाइस मॉडल, खोने का स्थान)
फ़ॉर्म सबमिट करें
सबमिट करने के बाद, आपका डिवाइस ब्लॉक हो जाएगा, और ट्रैकिंग प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
डिजिटल सुरक्षा की दिशा में एक स्मार्ट कदम
CEIR सिस्टम मोबाइल उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा और स्मार्टफोन चोरी को हतोत्साहित करने में एक बड़ा कदम है। अगर आपने या आपके किसी जानने वाले ने अपना फ़ोन खो दिया है, तो यह प्लैटफ़ॉर्म उसे वापस पाना संभव बना सकता है - यहाँ तक कि सालों बाद भी।
You may also like
Bad Habits- आपकी यह बुरी आदतें आपको बना देंगी आपको पाई-पाई का मोहताज, जानिए इनके बारे में
WhatsApp Tips- क्या मेहंदी की डिजाइन नहीं मिल रही हैं, तो व्हाट्सएप करेगा आपकी मदद
क्या जयगढ़ किला सिर्फ युद्धों का गवाह है या आत्माओं का अड्डा? 3 मिनट के इस लीक्ड फुटेज में सुनिए वहां के लोगों की डरावनी गवाही
यूपी रक्षा उत्पादन का प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगा कानपुर का डिफेंस कॉरिडोर : मंत्री राकेश सचान
डीएम के हस्तक्षेप से निकला आर्य समाज मंदिर का रास्ता, खत्म हुआ दाेनाें पक्षों का विवाद