Study in USA: अमेरिका को हायर एजुकेशन का हब इसलिए माना जाता है, क्योंकि यहां पर एक या दो नहीं, बल्कि दर्जनों ऐसी यूनिवर्सिटी हैं, जहां की डिग्री की वैल्यू सबसे ज्यादा है। इन अमेरिकी यूनिवर्सिटीज से पढ़ने वाले छात्रों को जॉब मार्केट में तुरंत नौकरी मिल जाती है। हालांकि, अमेरिका में भी एक ऐसी यूनिवर्सिटी है, जहां एडमिशन मिलने का मतलब है कि आपको डिग्री मिलने के साथ ही जॉब मिल सकती है। यहां जिस संस्थान की बात हो रही है, वो मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) है।
दुनिया में अपने छात्रों को आसानी से जॉब दिलाने की जब भी बात होती है, तो उसमें MIT का जिक्र जरूर होता है। MIT अमेरिका के मैसाचुसेट्स राज्य के कैम्ब्रिज शहर में स्थित है। ये अमेरिका के सबसे पुराने संस्थानों में से एक है। इसकी स्थापना 1861 में की गई थी। अमेरिका की इस यूनिवर्सिटी में 11,632 स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं, जिसमें 3,798 विदेश से हैं। यहां पढ़ाने वाली फैकल्टी भी 55% विदेशी है। MIT भले ही एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी है, लेकिन यहां पर कई तरह की स्कॉलरशिप भी दी जाती है।
डिग्री के साथ जॉब की सच्चाई क्या है?
दरअसल, हाल ही में QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 जारी हुई। इसमें MIT को अमेरिका और दुनिया का नंबर वन संस्थान होने का खिताब हासिल हुआ। रैंकिंग तैयार करने के लिए एंप्लॉयमेंट फैक्टर को भी ध्यान में रखा गया, यानी यहां से पढ़ने वाले छात्रों के नौकरी पाने की क्या संभावना है। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि MIT को एंप्लॉयमेंट आउटकम और एंप्लॉयर रेप्यूटेशन दोनों ही कैटेगरी में परफेक्ट 100 स्कोर मिला। एंप्लॉयमेंट आउटकम से मालूम चलता है कि यहां के ग्रेजुएट्स को डिग्री मिलने के बाद आसानी से जॉब मिल रही है। एंप्लॉयर रेप्यूटेशन बताती है कि MIT की डिग्री की वैल्यू जॉब मार्केट में सबसे ज्यादा है।
MIT ग्रेजुएट्स को गूगल, गोल्डमैन सैक्स, मैकेंजी, नासा जैसे बड़े-बड़े संस्थानों में आसानी से जॉब मिल जाती है। MIT का जॉब मार्केट में रेप्यूटेशन अच्छा है, क्योंकि यहां पर सिर्फ टॉप स्टूडेंट्स को ही एडमिशन मिल पाता है। ऐसे में हर कंपनी चाहती है कि उसे यहां भी टॉप लोग ही काम करने आएं। इस वजह से वे MIT ग्रेजुएट्स को आसानी से जॉब देती हैं। MIT ग्रेजुएट्स को जॉब दिलाने में संस्थान का अल्युमिनाई नेटवर्क भी काफी मदद करता है। लगभग हर सेक्टर में MIT ग्रेजुएट्स काम कर रहे हैं, जो अपने संस्थान से पढ़ने वाले छात्रों को नौकरी देते हैं।
दुनिया में अपने छात्रों को आसानी से जॉब दिलाने की जब भी बात होती है, तो उसमें MIT का जिक्र जरूर होता है। MIT अमेरिका के मैसाचुसेट्स राज्य के कैम्ब्रिज शहर में स्थित है। ये अमेरिका के सबसे पुराने संस्थानों में से एक है। इसकी स्थापना 1861 में की गई थी। अमेरिका की इस यूनिवर्सिटी में 11,632 स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं, जिसमें 3,798 विदेश से हैं। यहां पढ़ाने वाली फैकल्टी भी 55% विदेशी है। MIT भले ही एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी है, लेकिन यहां पर कई तरह की स्कॉलरशिप भी दी जाती है।
डिग्री के साथ जॉब की सच्चाई क्या है?
दरअसल, हाल ही में QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 जारी हुई। इसमें MIT को अमेरिका और दुनिया का नंबर वन संस्थान होने का खिताब हासिल हुआ। रैंकिंग तैयार करने के लिए एंप्लॉयमेंट फैक्टर को भी ध्यान में रखा गया, यानी यहां से पढ़ने वाले छात्रों के नौकरी पाने की क्या संभावना है। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि MIT को एंप्लॉयमेंट आउटकम और एंप्लॉयर रेप्यूटेशन दोनों ही कैटेगरी में परफेक्ट 100 स्कोर मिला। एंप्लॉयमेंट आउटकम से मालूम चलता है कि यहां के ग्रेजुएट्स को डिग्री मिलने के बाद आसानी से जॉब मिल रही है। एंप्लॉयर रेप्यूटेशन बताती है कि MIT की डिग्री की वैल्यू जॉब मार्केट में सबसे ज्यादा है।
MIT ग्रेजुएट्स को गूगल, गोल्डमैन सैक्स, मैकेंजी, नासा जैसे बड़े-बड़े संस्थानों में आसानी से जॉब मिल जाती है। MIT का जॉब मार्केट में रेप्यूटेशन अच्छा है, क्योंकि यहां पर सिर्फ टॉप स्टूडेंट्स को ही एडमिशन मिल पाता है। ऐसे में हर कंपनी चाहती है कि उसे यहां भी टॉप लोग ही काम करने आएं। इस वजह से वे MIT ग्रेजुएट्स को आसानी से जॉब देती हैं। MIT ग्रेजुएट्स को जॉब दिलाने में संस्थान का अल्युमिनाई नेटवर्क भी काफी मदद करता है। लगभग हर सेक्टर में MIT ग्रेजुएट्स काम कर रहे हैं, जो अपने संस्थान से पढ़ने वाले छात्रों को नौकरी देते हैं।
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