पटनाः बाढ़ विधान सभा सीट राजपूत बहुल क्षेत्र रहा है। आजादी के बाद से अब तक विभिन्न दलों से राजपूत उम्मीदवार ही अधिकांश बार जीतते आए हैं। इस दौरान सिर्फ एक बार कुर्मी जाति के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की।
1980 में कुर्मी जाति के विश्व मोहन चौधरी को मिली जीत
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बाढ़ विधान सभा राजपूतों का गढ़ रहा है। विभिन्न दलों से ही सही पर यहां से राजपूत उम्मीदवार ही जीत हासिल करते रहे हैं। मगर एक बार बाढ़ से कुर्मी जाति से आने वाले विश्व मोहन चौधरी ने वर्ष 1980 में निर्दलीय जीत दर्ज कर राजपूतों के सामने एक नया चुनावी समीकरण बना डाला। पर यह चमत्कार एक ही बार हो पाया।
राणा शिव लाखपति सिंह ने 4 बार जीत हासिल की
वर्ष 1952, 1962, 1969, 1977 में राणा शिव लाखपति सिंह चार बार बाढ़ विधान सभा से जीतने वाले पहले नेता रहे। तीन बार इन्होंने कांग्रेस से तो एक बार जनता पार्टी से।
ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू को भी 4 बार मिली जीत
वर्ष 2005, 2010, वर्ष 2015 और वर्ष 2020 तक लगातार चार बार जीत दर्ज करने वाले ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू पहले नेता रहे। ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू पहले नेता हैं जिन्होंने दो बार जदयू और दो बार बीजेपी की टिकट से जीते।
लोकल से ज्यादा बाहरी उम्मीदवारों को मिली जीत
बाढ़ विधान सभा ऐसा क्षेत्र है जिसने लोकल उम्मीदवारों को नकारते बाहरी उम्मीदवारों को जीत दिलाई। लोकल से जीतने वालों में एक मात्र शख्सियत राणा शिवलखपति सिंह रहे।
वर्ष 2010 में जेडीयू के ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू को मिली जीत
जेडीयू के ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने राजद के विजय कृष्ण को हराया। ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू 53129 मत मिले, जबकि विजय कृष्ण को 33734 मत मिले।
वर्ष 2015 में बीजेपी ने जेडीयू को पराजित किया
वर्ष 2015 में बीजेपी उम्मीदवार ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू को 63,989 मत मिले। मनोज कुमार जेडीयू 55,630 वोट मिले।
वर्ष 2020 में ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कांग्रेस को पराजित किया
चुनाव आयोग के अनुसार बाढ़ से भाजपा के ज्ञानेंद्र कुमार सिंह चुनाव जीत गए हैं। उन्हें 49 हजार 327 वोट मिला। कांग्रेस के सत्येंद्र बहादुर दूसरे नंबर पर रहे। उन्हें 39,087 वोट मिला।
बाढ़ विधानसभा चुनाव परिणाम 2010
बाढ़ विधानसभा चुनाव परिणाम 2015
बाढ़ विधानसभा चुनाव परिणाम 2020
लवली आनंद और विजय कृष्ण ने लगातार दो बार जीत हासिल की
लगातार दो बार बाढ़ से जीत दर्ज करने वाले में विजय कृष्ण जनता दल के पहले उम्मीदवार रहे। इन्होंने वर्ष 1995 और 2000 के विधान सभा चुनाव में जीत दर्ज की। दो बार लगातार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड लवली आनंद के भी नाम है। लवली आनंद ने वर्ष 2005 में दो बार हुए चुनाव में जीत दर्ज की।
इसके अलावा बाढ़ से दो बार चुनाव जीतने में भुवनेश्वर सिंह को भी सफलता मिली। वर्ष वर्ष 1985 में कांग्रेस से और 2000 में समता पार्टी के भुवनेश्वर सिंह ने जीत दर्ज की।
कांग्रेस को बाढ़ क्षेत्र में मिली 5 बार सफलता
बाढ़ विधान सभा क्षेत्र से कांग्रेस ने पांच बार जीत दर्ज की। यह जीत वर्ष 1952, 1962 और 1969 में कांग्रेस के राणा शिवलखपति सिंह ने दर्ज कराई। वर्ष 1957 में कांग्रेस के राम यतन सिंह और वर्ष 1985 में भुवनेश्वर सिंह ने जीत दर्ज की। वर्ष 1967 में राष्ट्रीय दलों को हराते जन क्रांति दल के नेता तारिणी प्रसाद सिंह ने जीत दर्ज की थी।
वर्ष 1952 से लेकर 2020 के चुनाव में बाढ़ सीट से विजयी उम्मीदवारजेकेडी
1980 में कुर्मी जाति के विश्व मोहन चौधरी को मिली जीत
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बाढ़ विधान सभा राजपूतों का गढ़ रहा है। विभिन्न दलों से ही सही पर यहां से राजपूत उम्मीदवार ही जीत हासिल करते रहे हैं। मगर एक बार बाढ़ से कुर्मी जाति से आने वाले विश्व मोहन चौधरी ने वर्ष 1980 में निर्दलीय जीत दर्ज कर राजपूतों के सामने एक नया चुनावी समीकरण बना डाला। पर यह चमत्कार एक ही बार हो पाया।
राणा शिव लाखपति सिंह ने 4 बार जीत हासिल की
वर्ष 1952, 1962, 1969, 1977 में राणा शिव लाखपति सिंह चार बार बाढ़ विधान सभा से जीतने वाले पहले नेता रहे। तीन बार इन्होंने कांग्रेस से तो एक बार जनता पार्टी से।
ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू को भी 4 बार मिली जीत
वर्ष 2005, 2010, वर्ष 2015 और वर्ष 2020 तक लगातार चार बार जीत दर्ज करने वाले ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू पहले नेता रहे। ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू पहले नेता हैं जिन्होंने दो बार जदयू और दो बार बीजेपी की टिकट से जीते।
लोकल से ज्यादा बाहरी उम्मीदवारों को मिली जीत
बाढ़ विधान सभा ऐसा क्षेत्र है जिसने लोकल उम्मीदवारों को नकारते बाहरी उम्मीदवारों को जीत दिलाई। लोकल से जीतने वालों में एक मात्र शख्सियत राणा शिवलखपति सिंह रहे।
वर्ष 2010 में जेडीयू के ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू को मिली जीत
जेडीयू के ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने राजद के विजय कृष्ण को हराया। ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू 53129 मत मिले, जबकि विजय कृष्ण को 33734 मत मिले।
वर्ष 2015 में बीजेपी ने जेडीयू को पराजित किया
वर्ष 2015 में बीजेपी उम्मीदवार ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू को 63,989 मत मिले। मनोज कुमार जेडीयू 55,630 वोट मिले।
वर्ष 2020 में ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कांग्रेस को पराजित किया
चुनाव आयोग के अनुसार बाढ़ से भाजपा के ज्ञानेंद्र कुमार सिंह चुनाव जीत गए हैं। उन्हें 49 हजार 327 वोट मिला। कांग्रेस के सत्येंद्र बहादुर दूसरे नंबर पर रहे। उन्हें 39,087 वोट मिला।
बाढ़ विधानसभा चुनाव परिणाम 2010
बाढ़ विधानसभा चुनाव परिणाम 2015
बाढ़ विधानसभा चुनाव परिणाम 2020
लवली आनंद और विजय कृष्ण ने लगातार दो बार जीत हासिल की
लगातार दो बार बाढ़ से जीत दर्ज करने वाले में विजय कृष्ण जनता दल के पहले उम्मीदवार रहे। इन्होंने वर्ष 1995 और 2000 के विधान सभा चुनाव में जीत दर्ज की। दो बार लगातार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड लवली आनंद के भी नाम है। लवली आनंद ने वर्ष 2005 में दो बार हुए चुनाव में जीत दर्ज की।
इसके अलावा बाढ़ से दो बार चुनाव जीतने में भुवनेश्वर सिंह को भी सफलता मिली। वर्ष वर्ष 1985 में कांग्रेस से और 2000 में समता पार्टी के भुवनेश्वर सिंह ने जीत दर्ज की।
कांग्रेस को बाढ़ क्षेत्र में मिली 5 बार सफलता
बाढ़ विधान सभा क्षेत्र से कांग्रेस ने पांच बार जीत दर्ज की। यह जीत वर्ष 1952, 1962 और 1969 में कांग्रेस के राणा शिवलखपति सिंह ने दर्ज कराई। वर्ष 1957 में कांग्रेस के राम यतन सिंह और वर्ष 1985 में भुवनेश्वर सिंह ने जीत दर्ज की। वर्ष 1967 में राष्ट्रीय दलों को हराते जन क्रांति दल के नेता तारिणी प्रसाद सिंह ने जीत दर्ज की थी।
वर्ष 1952 से लेकर 2020 के चुनाव में बाढ़ सीट से विजयी उम्मीदवारजेकेडी
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