गाजियाबाद: अब नगर निगम शहर की मॉडल शॉप और बारों पर नजर रखेगा कि वहां से कितनी शराब की बोतलें खाली हुई और कितने बीयर कैन बाहर निकले। शहर को स्वच्छ रखने और निगम की आय बढ़ाने के लिए यह नया कदम उठाया गया है। अब हर मॉडल शॉप और बार को अपने यहां निकलने वाली खाली बोतलों और कैनों का हिसाब नगर निगम को देना होगा।   
   
मॉडल शॉप और बारों को जारी हुआ आदेश
सभी जोनल प्रभारियों और सफाई निरीक्षको को आदेश दिए गए है कि वे अपने क्षेत्र में आने वाली सभी मॉडल शॉप और बारों की सूची तैयार करें। इन संस्थानों से निकलने वाले कचरे, खासकर बोतलों और कैनों की संख्या का रजिस्टर भी बनाया जाएगा। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश
     
बोतलें और केन की होगी गिनती
पहले ये बोतलें अक्सर कूड़े के ढेर में बिखरी रहती थीं या कबाड़ी के जरिए बेमेल तरीके से निस्तारित होती थी लेकिन अब इन्हें निगम व्यवस्थित रूप से इकट्ठा कर सकेगा। इसके अलावा बार और मॉडल शॉप वाले इन्हें कबाड़ियों को बेचकर पैसे कमाते थे।
     
बोतलें और केन की होगी गिनती
जानकारी मिलने के बाद नगर निगम अपनी टीम भेजकर इन जगहों से खाली बोतले और केन उठाएगा। इन्हें बेचकर निगम अपनी आय बढ़ाएगा और साथ ही शहर को साफ रखने में भी मदद मिलेगी। उदाहरण के तौर पर अगर कोई मॉडल शॉप या बार रोज निगम को 50 बोतले दे रहा है और संदेश है कि 80 बोतले निकल रही है तो जांच के बाद उस बार या संस्थान पर जुर्माना लगाया जाएगा।
   
निगम की बढ़ेगी आय
बचा हुआ खाना या दूसरा कूड़ा तो पहले ही निगम को दिया जाता था लेकिन बोतले खुद बेचकर कमाई की जाती थी। नगर निगम का मानना है कि अगर यह व्यवस्था सही ढंग से लागू हो गई तो शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार के साथ रीसाइक्लिंग भी होगी।
  
मॉडल शॉप और बारों को जारी हुआ आदेश
सभी जोनल प्रभारियों और सफाई निरीक्षको को आदेश दिए गए है कि वे अपने क्षेत्र में आने वाली सभी मॉडल शॉप और बारों की सूची तैयार करें। इन संस्थानों से निकलने वाले कचरे, खासकर बोतलों और कैनों की संख्या का रजिस्टर भी बनाया जाएगा। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश
बोतलें और केन की होगी गिनती
पहले ये बोतलें अक्सर कूड़े के ढेर में बिखरी रहती थीं या कबाड़ी के जरिए बेमेल तरीके से निस्तारित होती थी लेकिन अब इन्हें निगम व्यवस्थित रूप से इकट्ठा कर सकेगा। इसके अलावा बार और मॉडल शॉप वाले इन्हें कबाड़ियों को बेचकर पैसे कमाते थे।
बोतलें और केन की होगी गिनती
जानकारी मिलने के बाद नगर निगम अपनी टीम भेजकर इन जगहों से खाली बोतले और केन उठाएगा। इन्हें बेचकर निगम अपनी आय बढ़ाएगा और साथ ही शहर को साफ रखने में भी मदद मिलेगी। उदाहरण के तौर पर अगर कोई मॉडल शॉप या बार रोज निगम को 50 बोतले दे रहा है और संदेश है कि 80 बोतले निकल रही है तो जांच के बाद उस बार या संस्थान पर जुर्माना लगाया जाएगा।
निगम की बढ़ेगी आय
बचा हुआ खाना या दूसरा कूड़ा तो पहले ही निगम को दिया जाता था लेकिन बोतले खुद बेचकर कमाई की जाती थी। नगर निगम का मानना है कि अगर यह व्यवस्था सही ढंग से लागू हो गई तो शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार के साथ रीसाइक्लिंग भी होगी।
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