नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को IIT खड़गपुर और ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा यूनिवर्सिटी के दो छात्रों की आत्महत्या की घटनाओं का स्वतः संज्ञान लेते हुए जांच को तेजी से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। शीर्ष अदालत ने 21 जुलाई को इन घटनाओं का संज्ञान लिया था।
जस्टिस जेबी. पारदीवाला और जस्टिस आर. महादेवन की बेंच को सीनियर वकील अपर्णा भट्ट ने बताया कि शारदा यूनिवर्सिटी मामले में मृतक छात्रा के पिता ने घटना के दो घंटे बाद FIR दर्ज कराई थी। जस्टिस पारदीवाला ने शारदा यूनिवर्सिटी की ओर से पेश सीनियर एडवोकेट श्याम दीवान से पूछा कि यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने खुद शिकायत क्यों नहीं दर्ज कराई? पिता को कैसे पता चला कि बेटी ने आत्महत्या कर ली? किसने उन्हें सूचना दी? प्रबंधन ने क्यों सूचना नहीं दी? यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना आपके विश्वविद्यालय में हुई, एक युवती की मृत्यु हो गई, क्या यह आपकी जिम्मेदारी नहीं थी कि आप तुरंत पुलिस और माता-पिता को सूचना देते?
IIT खड़गपुर में क्या गड़बड़ है?
IIT खड़गपुर के मामले में भट्ट ने बताया कि संस्थान ने घटना की आधे घंटे के अंदर औपचारिक शिकायत दर्ज कराई, जिसे FIR में परिवर्तित कर दिया गया। जस्टिस पारदीवाला ने कहा कि IIT खड़गपुर में क्या गड़बड़ है? छात्र आत्महत्या क्यों कर रहे हैं? क्या आपने कभी इस पर विचार किया है कि समस्या क्या है? आपने इसके समाधान के लिए क्या कदम उठाए?
IIT में परामर्श के लिए गठित की गई कमेटी
सुप्रीम कोर्ट के सवालों का IIT खड़गपुर की ओर से पेश वकील एमआर. शामशाद ने जवाब देते हुए कहा, तीसरी या चौथी ऐसी घटना के बाद 10 सदस्यीय समिति और 12 सदस्यीय परामर्श केंद्र बनाया गया है। छात्र किसी भी समय कॉल कर सकते हैं।
जस्टिस जेबी. पारदीवाला और जस्टिस आर. महादेवन की बेंच को सीनियर वकील अपर्णा भट्ट ने बताया कि शारदा यूनिवर्सिटी मामले में मृतक छात्रा के पिता ने घटना के दो घंटे बाद FIR दर्ज कराई थी। जस्टिस पारदीवाला ने शारदा यूनिवर्सिटी की ओर से पेश सीनियर एडवोकेट श्याम दीवान से पूछा कि यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने खुद शिकायत क्यों नहीं दर्ज कराई? पिता को कैसे पता चला कि बेटी ने आत्महत्या कर ली? किसने उन्हें सूचना दी? प्रबंधन ने क्यों सूचना नहीं दी? यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना आपके विश्वविद्यालय में हुई, एक युवती की मृत्यु हो गई, क्या यह आपकी जिम्मेदारी नहीं थी कि आप तुरंत पुलिस और माता-पिता को सूचना देते?
IIT खड़गपुर में क्या गड़बड़ है?
IIT खड़गपुर के मामले में भट्ट ने बताया कि संस्थान ने घटना की आधे घंटे के अंदर औपचारिक शिकायत दर्ज कराई, जिसे FIR में परिवर्तित कर दिया गया। जस्टिस पारदीवाला ने कहा कि IIT खड़गपुर में क्या गड़बड़ है? छात्र आत्महत्या क्यों कर रहे हैं? क्या आपने कभी इस पर विचार किया है कि समस्या क्या है? आपने इसके समाधान के लिए क्या कदम उठाए?
IIT में परामर्श के लिए गठित की गई कमेटी
सुप्रीम कोर्ट के सवालों का IIT खड़गपुर की ओर से पेश वकील एमआर. शामशाद ने जवाब देते हुए कहा, तीसरी या चौथी ऐसी घटना के बाद 10 सदस्यीय समिति और 12 सदस्यीय परामर्श केंद्र बनाया गया है। छात्र किसी भी समय कॉल कर सकते हैं।
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