पूर्णिया: जिले के डीएम ने ऐसी पहल की शुरुआत की है जिसकी लोग सराहना कर रहे हैं। अब पैसे के अभाव में बिहार के गरीब और सरकारी स्कूल के मेधावी बच्चे की प्रतिभा कुंठित नहीं होगी। वह भी अब सरकारी खर्च पर मुफ्त में जेईई और नीट की तैयारी कर सकेंगे। इन बच्चों को सुपर 30 के तरह सुपर 50 बनाकर हॉस्टल में रखा जाएगा और एआई तकनीक से इन्हे नीट और जेईई की तैयारी कराई जाएगी। इसको लेकर पूर्णिया के डीएम ने एक अनोखी पहल शुरू की है।
पूर्णिया DM ने शुरू किया सुपर 50
पूर्णिया के डीएम कुंदन कुमार ने गरीब और मेधावी बच्चों के लिए अनोखी पहल शुरू की है । डीएम कुंदन कुमार ने कहा कि जिला स्कूल कैंपस में सुपर 30 की तर्ज पर अब सरकारी स्तर पर सुपर 50 बनाकर 50 _50 बच्चों को अब फ्री में जेईई और नीट की तैयारी कराई जाएगी। इन छात्र-छात्राओं को सरकार फ्री में हॉस्टल की सुविधा भी देगी। यह तैयारी पूरी तरह एआई तकनीक से कराई जाएगी। जिसमें ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके से पढ़ाई होगी। बड़े-बड़े IIT शिक्षक से लेकर पूर्णिया के कुशल शिक्षक इन छात्रों को नीट और जेईई की तैयारी करवाएंगे।
ऐसे चुने गए प्रतिभाशाली छात्र-छात्राएं
इसके लिए पहले बिहार बोर्ड के सरकारी स्कूल के छात्रों की एक परीक्षा ली गई। जिसमें कुल 800 छात्र छात्रा शामिल हुए। जिसमें से जेईई के लिए 25 और नीट के लिए 50 छात्र छात्राओं का चयन किया गया है। इनके रहने और पढ़ाई की पूरी निशुल्क व्यवस्था जिला स्कूल के कैंपस में कराई जाएगी। डीएम ने कहा कि जिला स्कूल में पिछले 2 साल से उन्नयन लाइव क्लासेस चल रहा है। इसका पूर्णिया और बिहार के लाखों छात्र-छात्राओं को काफी फायदा मिल रहा है।
गरीब किसानों के बच्चों को मिला मौका
सुपर 50 में चयनित ग्रामीण इलाके की छात्रा नेहा, ऋषु राज, साक्षी, अंजलि और अनु कुमारी ने कहा कि उनके माता-पिता काफी गरीब किसान है। उनके पास इतने पैसे नहीं है कि बाहर भेज कर महंगे कोचिंग संस्थानों में जेईई और नीट की तैयारी करवा पाए। लेकिन पूर्णिया के जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने सुपर 30 के तर्ज पर सुपर 50 बनाकर उन लोगों के सपने को साकार करने का बड़ा मौका दिया है। वे लोग अब सुपर 50 संस्थान में रहकर एआई तकनीक से नीट और जेईई की तैयारी कर पाएंगे। वे लोग सभी ग्रामीण इलाके के हैं और बिहार बोर्ड से मैट्रिक की परीक्षा पास की हैं।
अब सपना होगा साकार
चुने गए बच्चों का सपना है कि वह भी डॉक्टर और इंजीनियर बने। लेकिन उनके पिता के पास पैसे नहीं थे। ऐसे मे जिला प्रशासन ने पूर्णिया में उन लोगों के जैसे गरीब छात्रों के लिए यह एक अनोखी पहल शुरू की है। अब पूर्णिया में ही रहकर ये बच्चे बड़े-बड़े आईआईटीयन और विशेषज्ञ शिक्षकों से नीट और जेईई की ऑनलाइन और ऑफलाइन तैयारी करेंगे। यह पूरी व्यवस्था सरकारी स्तर पर और निशुल्क होगी। जो इन गरीब छात्रों के लिए एक वरदान तो साबित होगा ही साथ ही उनके सपने भी साकार हो पाएंगे।
पूर्णिया DM ने शुरू किया सुपर 50
पूर्णिया के डीएम कुंदन कुमार ने गरीब और मेधावी बच्चों के लिए अनोखी पहल शुरू की है । डीएम कुंदन कुमार ने कहा कि जिला स्कूल कैंपस में सुपर 30 की तर्ज पर अब सरकारी स्तर पर सुपर 50 बनाकर 50 _50 बच्चों को अब फ्री में जेईई और नीट की तैयारी कराई जाएगी। इन छात्र-छात्राओं को सरकार फ्री में हॉस्टल की सुविधा भी देगी। यह तैयारी पूरी तरह एआई तकनीक से कराई जाएगी। जिसमें ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके से पढ़ाई होगी। बड़े-बड़े IIT शिक्षक से लेकर पूर्णिया के कुशल शिक्षक इन छात्रों को नीट और जेईई की तैयारी करवाएंगे।
ऐसे चुने गए प्रतिभाशाली छात्र-छात्राएं
इसके लिए पहले बिहार बोर्ड के सरकारी स्कूल के छात्रों की एक परीक्षा ली गई। जिसमें कुल 800 छात्र छात्रा शामिल हुए। जिसमें से जेईई के लिए 25 और नीट के लिए 50 छात्र छात्राओं का चयन किया गया है। इनके रहने और पढ़ाई की पूरी निशुल्क व्यवस्था जिला स्कूल के कैंपस में कराई जाएगी। डीएम ने कहा कि जिला स्कूल में पिछले 2 साल से उन्नयन लाइव क्लासेस चल रहा है। इसका पूर्णिया और बिहार के लाखों छात्र-छात्राओं को काफी फायदा मिल रहा है।
गरीब किसानों के बच्चों को मिला मौका
सुपर 50 में चयनित ग्रामीण इलाके की छात्रा नेहा, ऋषु राज, साक्षी, अंजलि और अनु कुमारी ने कहा कि उनके माता-पिता काफी गरीब किसान है। उनके पास इतने पैसे नहीं है कि बाहर भेज कर महंगे कोचिंग संस्थानों में जेईई और नीट की तैयारी करवा पाए। लेकिन पूर्णिया के जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने सुपर 30 के तर्ज पर सुपर 50 बनाकर उन लोगों के सपने को साकार करने का बड़ा मौका दिया है। वे लोग अब सुपर 50 संस्थान में रहकर एआई तकनीक से नीट और जेईई की तैयारी कर पाएंगे। वे लोग सभी ग्रामीण इलाके के हैं और बिहार बोर्ड से मैट्रिक की परीक्षा पास की हैं।
अब सपना होगा साकार
चुने गए बच्चों का सपना है कि वह भी डॉक्टर और इंजीनियर बने। लेकिन उनके पिता के पास पैसे नहीं थे। ऐसे मे जिला प्रशासन ने पूर्णिया में उन लोगों के जैसे गरीब छात्रों के लिए यह एक अनोखी पहल शुरू की है। अब पूर्णिया में ही रहकर ये बच्चे बड़े-बड़े आईआईटीयन और विशेषज्ञ शिक्षकों से नीट और जेईई की ऑनलाइन और ऑफलाइन तैयारी करेंगे। यह पूरी व्यवस्था सरकारी स्तर पर और निशुल्क होगी। जो इन गरीब छात्रों के लिए एक वरदान तो साबित होगा ही साथ ही उनके सपने भी साकार हो पाएंगे।
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