नई दिल्ली: गौतम अडानी ने अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) में एग्जीक्यूटिव चेयरमैन पद छोड़ दिया है। यानी अब वह कंपनी के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन नहीं रहेंगे। वह कंपनी के मुख्य प्रबंधकीय पद से भी हट जाएंगे। कंपनी ने बताया कि बोर्ड ने गौतम अडानी को 5 अगस्त, 2025 से नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन बनाने की मंजूरी दे दी है। दिलचस्प यह है कि इसी दिन कंपनी ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली के नतीजे भी जारी किए हैं। इसमें पिछले साल के मुकाबले 7% का मुनाफा हुआ है। हालांकि, इन नतीजों के बावजूद अडानी पोर्ट्स के शेयर 2.38% गिरकर बंद हुए।
अडानी पोर्ट्स ने मनीष केजरीवाल को 5 अगस्त से तीन साल के लिए कंपनी का एडिशनल डायरेक्टर (नॉन-एग्जीक्यूटिव, इंडिपेंडेंट) नियुक्त किया है। शेयरधारकों की मंजूरी मिलने के बाद ही यह नियुक्ति पक्की होगी। मंजूरी तीन महीने के अंदर लेनी होगी। वहीं, गौतम अडानी इसी दिन से कंपनी के चेयरमैन नहीं रहेंगे। वह सिर्फ नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन रहेंगे।
अडानी पोर्ट्स के आए नतीजे
मंगलवार को अडानी पोर्ट्स के नतीजे भी आए। चालू वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 6.54 फीसदी बढ़कर 3,310.60 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही में शुद्ध मुनाफा 3,107.23 करोड़ रुपये रहा था।
एपीएसईजेड ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 9,422.18 करोड़ रुपये हो गई। यह एक साल पहले इसी तिमाही में 8,054.18 करोड़ रुपये थी। कंपनी का खर्च भी सालाना आधार पर 4,238.94 करोड़ रुपये से बढ़कर 5,731.88 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी के सीईओ ने दी रिजल्ट पर ये जानकारी
EBITDA 13% बढ़कर 5,495 करोड़ रुपये हो गया। अडानी के लॉजिस्टिक्स और मरीन बिजनेस में अच्छी ग्रोथ हुई है। इससे कंपनी को यह सफलता मिली है। अडानी पोर्ट्स के होल-टाइम डायरेक्टर और सीईओ अश्विनी गुप्ता ने कंपनी की आय में हुई बढ़ोतरी पर बात की। उन्होंने कहा, 'इस तिमाही में 21% की आय बढ़ोतरी हमारे लॉजिस्टिक्स और मरीन बिजनेस की वजह से हुई है। ये 2 गुना और 2.9 गुना बढ़े हैं।' कंपनी का फोकस अपने ट्रांसपोर्ट यूटिलिटी अप्रोच को बढ़ाने पर है। इससे उसे अच्छे नतीजे मिल रहे हैं।
अडानी पोर्ट्स ने मनीष केजरीवाल को 5 अगस्त से तीन साल के लिए कंपनी का एडिशनल डायरेक्टर (नॉन-एग्जीक्यूटिव, इंडिपेंडेंट) नियुक्त किया है। शेयरधारकों की मंजूरी मिलने के बाद ही यह नियुक्ति पक्की होगी। मंजूरी तीन महीने के अंदर लेनी होगी। वहीं, गौतम अडानी इसी दिन से कंपनी के चेयरमैन नहीं रहेंगे। वह सिर्फ नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन रहेंगे।
अडानी पोर्ट्स के आए नतीजे
मंगलवार को अडानी पोर्ट्स के नतीजे भी आए। चालू वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 6.54 फीसदी बढ़कर 3,310.60 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही में शुद्ध मुनाफा 3,107.23 करोड़ रुपये रहा था।
एपीएसईजेड ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 9,422.18 करोड़ रुपये हो गई। यह एक साल पहले इसी तिमाही में 8,054.18 करोड़ रुपये थी। कंपनी का खर्च भी सालाना आधार पर 4,238.94 करोड़ रुपये से बढ़कर 5,731.88 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी के सीईओ ने दी रिजल्ट पर ये जानकारी
EBITDA 13% बढ़कर 5,495 करोड़ रुपये हो गया। अडानी के लॉजिस्टिक्स और मरीन बिजनेस में अच्छी ग्रोथ हुई है। इससे कंपनी को यह सफलता मिली है। अडानी पोर्ट्स के होल-टाइम डायरेक्टर और सीईओ अश्विनी गुप्ता ने कंपनी की आय में हुई बढ़ोतरी पर बात की। उन्होंने कहा, 'इस तिमाही में 21% की आय बढ़ोतरी हमारे लॉजिस्टिक्स और मरीन बिजनेस की वजह से हुई है। ये 2 गुना और 2.9 गुना बढ़े हैं।' कंपनी का फोकस अपने ट्रांसपोर्ट यूटिलिटी अप्रोच को बढ़ाने पर है। इससे उसे अच्छे नतीजे मिल रहे हैं।
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