नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने 2024 में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में धांधली का आरोप लगाया था। इस पर चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि सभी चुनाव कानून के मुताबिक हुए हैं। राहुल गांधी को लिखे पत्र में चुनाव आयोग ने कहा है कि कोई भी चुनाव संसद द्वारा पारित कानूनों और नियमों के अनुसार सख्ती से आयोजित किए जाते हैं। चुनाव आयोग ने इस बात पर भी जोर दिया कि चुनाव प्रक्रिया में हजारों कर्मचारी शामिल होते हैं, जिनमें राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त बूथ-स्तरीय एजेंट भी होते हैं।
चुनाव आयोग ने कहा कि पूरी चुनाव प्रक्रिया विधानसभा क्षेत्र स्तर पर विकेंद्रीकृत तरीके से आयोजित की जाती है, जिसमें आयोग द्वारा नियुक्त 1,00,186 से अधिक बूथ स्तरीय अधिकारी (बीएलओ), निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी (ईआरओ), सामान्य पर्यवेक्षक, पुलिस पर्यवेक्षक, व्यय पर्यवेक्षक और रिटर्निंग अधिकारी (आरओएस) शामिल होते हैं। आपको बता दें कि राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के संबंध में चुनाव आयोग से मतदाता सूची, मतदान डेटा और वीडियो फुटेज की मांग की थी। उधर, चुनाव आयोग ने अपने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि चुनाव के 45 दिन बाद सीसीटीवी फुटेज, वेबकास्टिंग और वीडियो फुटेज को नष्ट कर दिया जाए।
राहुल गांधी ने इसी पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग पर सबूत मिटाने का आरोप लगाया था। राहुल ने कहा था ‘जिससे जवाब चाहिए, वही सबूत मिटा रहा है।’ आयोग ने राहुल को अपने जवाब में कहा है कि मतदान केंद्र का सीसीटीवी फुटेज देने से लोगों की निजता का उल्लंघन होगा और ऐसा करना कानून के विरुद्ध भी है। चुनाव आयोग ने यह भी कहा है कि इस फुटेज का दुरुपयोग भी किया जा सकता है। वोट को लेकर असामाजिक तत्व लोगों पर दबाव बना सकते हैं। इसे सिर्फ अदालत के आदेश पर ही दिया जा सकता है।
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