बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने पूरी तैयारी शुरू कर दी है। चुनाव आयोग द्वारा जारी मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम को लेकर पार्टी सतर्क हो गई है और हर बूथ पर अपने कार्यकर्ताओं की पैनी नजर बनाए हुए है। इस दिशा में राजद ने संगठन स्तर पर एक मजबूत रणनीति बनाकर कार्यवाही शुरू कर दी है।
यह जानकारी राजद के प्रधान महासचिव इम्तेयाज अली भुट्टो ने गुरुवार को गोपालगंज शहर के एक मैरेज हॉल में आयोजित प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करते हुए दी। इस शिविर में गोपालगंज विधानसभा क्षेत्र के सभी बूथ अध्यक्षों और पंचायत अध्यक्षों को चुनावी रणनीति, मतदाता जागरूकता, तथा मतदाता सूची की समीक्षा के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया।
बूथ स्तर पर सघन समीक्षाइम्तेयाज अली भुट्टो ने अपने संबोधन में कहा कि चुनाव में जीत के लिए बूथ स्तर पर पूरी तैयारी बेहद जरूरी है। मतदाता सूची के पुनरीक्षण के इस दौर में पार्टी के कार्यकर्ता हर संभावित विसंगति पर नजर रखेंगे और आवश्यक सुधार के लिए चुनाव आयोग से संपर्क करेंगे। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया कि वे अपने-अपने बूथ पर मतदाताओं की सही जानकारी जुटाएं और सुनिश्चित करें कि कोई भी समर्थक मतदाता सूची से बाहर न रहे।
उन्होंने यह भी कहा कि इस चुनाव में राजद अपने मजबूत संगठन और जन समर्थन के दम पर पुनः सत्ता की सीढ़ी चढ़ने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी उद्देश्य से पार्टी लगातार बूथों पर सक्रियता बढ़ा रही है ताकि चुनाव प्रक्रिया में किसी प्रकार की अनियमितता न हो।
प्रशिक्षण शिविर का मकसदप्रशिक्षण शिविर में बूथ अध्यक्षों और पंचायत अध्यक्षों को मतदाता सूची के महत्व, मतदाता पहचान पत्र (Voter ID), नए मतदाताओं की पहचान और मतदाता पुनरीक्षण के नियमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इसके अलावा, चुनावी कानूनों और नियमों का पालन सुनिश्चित करने, मतदाता जागरूकता अभियान चलाने, और चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया गया।
पार्टी नेतृत्व ने कहा कि विधानसभा चुनाव बिहार के लिए निर्णायक होगा और हर कार्यकर्ता को अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से लेना होगा। इसके साथ ही उन्होंने सभी को आगामी चुनाव के लिए जोश और समर्पण के साथ काम करने का आह्वान किया।
जनता से जुड़ने का प्रयासशिविर के दौरान यह भी बताया गया कि पार्टी बूथ स्तर पर जनता से संवाद बढ़ाएगी और उनकी समस्याओं को सुनकर समाधान के लिए आगे बढ़ेगी। इस बार राजद खास तौर पर ग्रामीण और कमजोर वर्गों के मतदाताओं के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने का प्रयास कर रही है।
गोपालगंज विधानसभा क्षेत्र में आयोजित इस शिविर में सैकड़ों कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद थे, जिन्होंने उत्साह के साथ प्रशिक्षण लिया और आगामी चुनाव के लिए अपनी भूमिका निभाने को तैयार रहने का संकल्प लिया।
(समाप्त)
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You said:किशनगंज ज़िले में जिला परिषद प्रतिनिधि आसिफ रेजा की कथित पुलिस पिटाई के मामले की जांच अब CID को सौंप दी गई है। यह निर्णय बिहार पुलिस महानिदेशक (DGP) विनय कुमार ने गुरुवार को लिया। यह कार्रवाई कोचाधामन के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम की ओर से दी गई शिकायत के बाद की गई है। मामला 28-29 जून की रात का है। जानकारी के अनुसार, बहादुरगंज थाना क्षेत्र में एक बाइक जब्ती के मामले में सादिक नामक युवक को पुलिस ने हिरासत में लिया था। इस पर जिला परिषद सदस्य आसिफ रेजा थाने पहुंचे और पुलिस से बहस के बाद सादिक को रिहा करवा दिया गया।
ChatGPT said:किशनगंज: जिला परिषद प्रतिनिधि आसिफ रेजा की पुलिस पिटाई मामले की जांच CID को सौंपी गई
किशनगंज | संवाददाता रिपोर्ट | विस्तृत समाचार लेख
बिहार के किशनगंज जिले में जिला परिषद प्रतिनिधि आसिफ रेजा की कथित पुलिस पिटाई के मामले की जांच अब सीआईडी (CID) को सौंपी गई है। यह महत्वपूर्ण निर्णय बिहार पुलिस के महानिदेशक (DGP) विनय कुमार ने गुरुवार को लिया। मामले की जांच में तेजी लाने और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है।
शिकायत पर कार्रवाईयह कार्रवाई कोचाधामन के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम की ओर से दी गई शिकायत के बाद हुई है। शिकायत में पुलिस के रवैये और प्रतिनिधि के साथ हुई मारपीट का आरोप लगाया गया था। यह घटना 28-29 जून की रात की बताई जा रही है, जिसने इलाके में राजनीतिक और प्रशासनिक हलचल मचा दी।
घटना की रूपरेखामिली जानकारी के अनुसार, घटना बहादुरगंज थाना क्षेत्र में हुई। यहां एक बाइक जब्ती के मामले में एक युवक सादिक को पुलिस ने हिरासत में लिया था। इस पर किशनगंज जिला परिषद सदस्य आसिफ रेजा थाने पहुंचे। वहां पुलिस के साथ उनके बीच बहस हुई, जिसमें आरोप है कि पुलिस ने प्रतिनिधि आसिफ रेजा के साथ मारपीट की।
आसिफ रेजा ने पुलिस के इस व्यवहार का विरोध किया और अपने इलाके के लोगों के पक्ष में आवाज उठाई। विवाद के बाद पुलिस ने सादिक को रिहा कर दिया। घटना के बाद विवाद बढ़ गया और राजनीतिक गलियारों में भी यह मामला गरमाया।
CID जांच से जुड़े पहलूपुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाए। CID जांच से इस मामले के तथ्यों की गहराई से जांच होगी और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय प्रतिक्रियास्थानीय लोग और राजनीतिक दल इस मामले पर चर्चा कर रहे हैं। कई ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं और घटना की न्यायसंगत जांच की मांग की है। वहीं, पुलिस प्रशासन ने मामले को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने का भरोसा दिया है।
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