राजस्थान के पर्यटन नगरी उदयपुर में एक थाईलैंड की महिला पर्यटक के साथ छेड़छाड़ और गोली मारने की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। यह सिर्फ एक आपराधिक घटना नहीं, बल्कि भारत की प्राचीन अतिथि-संस्कृति पर एक सीधा प्रहार है। जिस देश को उसके आतिथ्य सत्कार और 'अतिथि देवो भव' की परंपरा के लिए दुनिया भर में जाना जाता है, वहां किसी विदेशी मेहमान के साथ इस तरह का कृत्य चिंताजनक और शर्मनाक है।
क्या है पूरा मामला?घटना शनिवार देर रात लगभग 1:30 बजे की है। 24 वर्षीय थैंक चानोक नामक महिला पर्यटक थाईलैंड से भारत आई थी और उदयपुर के एक होटल में ठहरी हुई थी। चानोक अपने एक साथी के साथ भारत घूमने आई थी और उसी रात अन्य दोस्तों से मिलने होटल से निकली थी।
इस दौरान राहुल गुर्जर (25), अक्षय खुचंदानी (25), ध्रुव सुहालका (21) और महिम चौधरी (20) नामक चार युवक वहां मौजूद थे, जो नशे की हालत में थे। उन्होंने चानोक से अश्लील हरकतें शुरू कर दीं। जब चानोक ने विरोध किया, तो राहुल गुर्जर ने पिस्तौल निकालकर उसे गोली मार दी, जो उसकी पसलियों के पास लगी।
गोली लगते ही मचा हड़कंपघटना के बाद युवक घबरा गए और महिला को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। हालांकि इसके बाद वे मौके से फरार हो गए। महिला की हालत गंभीर बनी हुई है और उसे जिला अस्पताल में रेफर किया गया है, जहां वह अब भी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है।
पुलिस ने किया चारों को गिरफ्तारघटना के बाद उदयपुर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने IPC की छेड़छाड़, हत्या की कोशिश, हथियार अधिनियम सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया है।
'अतिथि देवो भव' की भावना को धक्कायह घटना केवल अपराध नहीं, बल्कि भारत की उस पहचान पर भी सवाल है, जिसे हम सदियों से संजोते आ रहे हैं। भारत में पर्यटकों को भगवान का दर्जा दिया जाता है, लेकिन जब किसी विदेशी महिला के साथ इस प्रकार का व्यवहार होता है, तो यह हमारी संस्कृति और सुरक्षा व्यवस्था, दोनों पर गहरे सवाल खड़े करता है।
उदयपुर की छवि को नुकसानउदयपुर, जो अपने महलों, झीलों और सांस्कृतिक विरासत के लिए दुनियाभर में मशहूर है, वहां इस तरह की घटना राज्य के पर्यटन सेक्टर के लिए भी नकारात्मक संदेश देती है। विदेशी पर्यटक अब अपने आपको असुरक्षित महसूस कर सकते हैं। इससे भारत की ग्लोबल टूरिज्म रैंकिंग पर भी असर पड़ सकता है।
क्या होना चाहिए आगे?इस मामले में कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिए ताकि ऐसा अपराध करने वालों में डर का माहौल बने। साथ ही, पर्यटकों की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार को विशेष दिशा-निर्देश जारी करने चाहिए। होटल और पर्यटन स्थलों पर CCTV, सुरक्षा गार्ड, महिला हेल्पलाइन जैसी व्यवस्थाएं सख्ती से लागू करनी होंगी।
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