राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर जुबानी जंग तेज हो गई है। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के सांसद हनुमान बेनीवाल द्वारा लगाए गए आरोपों पर राज्य के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने सख्त प्रतिक्रिया दी है। नागर ने कहा कि बेनीवाल ने जो आरोप लगाए हैं, वे न केवल तथ्यों से परे हैं बल्कि उनकी जानकारी अधूरी है।
बंगले के बिजली बिल को लेकर हुआ विवाद
दरअसल, हनुमान बेनीवाल ने हाल ही में एक सार्वजनिक बयान में आरोप लगाया था कि ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर का सरकारी बंगला कई महीनों से बकाया बिजली बिल के चलते चर्चा में है और सरकार इस मुद्दे पर चुप है। इस पर जवाब देते हुए नागर ने स्पष्ट किया कि उनका बंगला सरकारी है और बिजली बिलों का भुगतान करने का जिम्मा भी सरकारी विभाग का है।
नागर ने कहा, "जिस बंगले की बात की जा रही है, वह पूरी तरह से सरकारी है। मैं उसमें अभी डेढ़ महीने पहले ही शिफ्ट हुआ हूं। बिजली बिल की अंतिम तिथि 17 जुलाई थी और सरकार की ओर से वह बिल समय से पहले ही जमा करा दिया गया है। ऐसे में हनुमान बेनीवाल का आरोप तथ्यहीन और राजनीतिक स्टंट के सिवाय कुछ नहीं है।"
राजनीति से प्रेरित बयान: नागर
ऊर्जा मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि बेनीवाल के बयान का मकसद सिर्फ सस्ती लोकप्रियता हासिल करना है। उन्होंने कहा, "यह पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित बयान है। बेनीवाल को तथ्य जांचे बिना आरोप नहीं लगाने चाहिए। इससे उनकी विश्वसनीयता पर भी सवाल उठते हैं।"
बेनीवाल के लगातार हमलावर तेवर
गौरतलब है कि हनुमान बेनीवाल पिछले कुछ समय से राज्य सरकार पर लगातार हमलावर हैं। वे भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ने के बाद से ही सरकार की हर गतिविधि पर टिप्पणी करते आए हैं। चाहे किसानों से जुड़े मुद्दे हों या सरकारी कामकाज में पारदर्शिता का सवाल, बेनीवाल अक्सर मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार पर तंज कसते रहते हैं।
राजनीतिक माहौल गरम
इस बयानबाजी के बाद राजस्थान की राजनीति में फिर से बहस छिड़ गई है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी चुनावों को देखते हुए ऐसे बयानों की संख्या और बढ़ेगी, जिससे माहौल और गर्माएगा।
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