रांची, 21 जुलाई (Udaipur Kiran) । स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि सदर अस्पतालों की व्यवस्था तुरंत सुधारनी चाहिए। मामूली बीमारियों के लिए मरीजों को जिस तरह से रिम्स रेफर करने की आदत है। उसे बंद करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि यदि एम्बुलेंस की लापरवाही या रेफरल देरी से किसी मरीज की मृत्यु होती है, तो इसके जिम्मेदारी सिविल सर्जन होंगे। मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने यह बातें सोमवार को नामकुम स्थित आईपीएच सभागार में सभी जिलों के सिविल सर्जनों के साथ विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि डॉक्टर, दवा और एम्बुलेंस की कमी का बहाना अब नहीं चलेगा। मरीज को समुचित इलाज मिले यही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। मंत्री ने कहा कि सदर और अनुमंडलीय अस्पतालों में निजी डॉक्टरों की नियुक्ति कर उन्हें प्रोत्साहन राशि समय पर देने की बात कही। साथ ही उन्होंने ओपीडी सेवा शनिवार-रविवार को भी चालू रखने को कहा। मंत्री ने कहा कि पटना, कोलकाता और दिल्ली जैसे स्थानों से विशेषज्ञ डॉक्टरों को बुलाकर विशेष शिविर आयोजित किया जाएगा। साथ ही डिजिटल स्वास्थ्य सुविधा का विस्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सितम्बर माह तक अनुमंडलीय अस्पताल, अक्टूबर तक सीएचसी और सदर अस्पताल एवं नवम्बर तक पीएचसी को हाई स्पीड इंटरनेट लीज लाइन तथा निःशुल्क वाई-फाई सुविधा से जोड़ दिया जाएगा। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, जेएमएचआईडीपीसीएल के प्रबंध निदेशक अबु इमरान, जसास की कार्यकारी निदेशक नेहा अरोड़ा, एनएचएम के अभियान निदेशक शशि प्रकाश झा, निदेशक प्रमुख सिद्धार्थ सान्याल सहित जिलों के सिविल सर्जन और अधिकारी मौजूद थे।
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
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