जोधपुर, 30 मई . नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) में डमी अभ्यर्थियों, पेपर लीक व फर्जीवाड़े के आरोपों की जांच अब राजस्थान के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों तक पहुंच गई है. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की टीम पिछले तीन-चार दिनों से जोधपुर स्थित डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय में जांच कर रही है. सीबीआई की पकड़ में आए गिरोह से पूछताछ में यहां के कुछ स्टूडेंट्स द्वारा नीट परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बनने की जानकारी सामने आई थी. इसको लेकर सीबीआई टीम ने आयुर्वेद विश्वविद्यालय के द्वितीय व तृतीय वर्ष के अनेक स्टूडेंट्स से पूछताछ की. इन स्टूडेंट्स पर नीट में डमी अभ्यर्थी बनने का संदेह जताया जा रहा है.
सीबीआई सूत्रों के अनुसार आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों पर नीट परीक्षा में अन्य अभ्यर्थियों के स्थान पर डमी अभ्यर्थी बनकर परीक्षा देने की पुष्टि करने के लिए जोधपुर पहुंची दिल्ली सीबीआई टीम आयुर्वेद विश्वविद्यालय के द्वितीय व तृतीय वर्ष के 10-12 छात्रों के फोटो और हस्ताक्षरों का मिलान करने के साथ ही विभिन्न संदिग्ध बिंदुओं पर तकनीकी जांच करने में जुटी है. सीबीआई की जांच में सबसे चौंकाने वाला तथ्य यह सामने आया था कि जोधपुर एम्स के तृतीय वर्ष के एमबीबीएस छात्र हुकमाराम गोदारा ने चार लाख रुपये लेकर बिहार के मुज्जफरनगर स्थित डीएवी स्कूल (मालीघाट) परीक्षा केंद्र में डमी अभ्यर्थी बनकर परीक्षा देने का प्रयास किया था. बाड़मेर निवासी हुकमाराम प्रयागराज के नामी डॉक्टर आरके पांडे के बेटे राज पांडे के स्थान पर परीक्षा देने पहुंचा था, परंतु बायोमेट्रिक सत्यापन के दौरान पकड़ा गया.
पटना से शुरू हुई जांच जोधपुर तक पहुंची
जोधपुर का संबंध सीबीआई की पटना स्थित शास्त्री नगर पुलिस स्टेशन में जून-2024 में दर्ज एफआईआर से जुड़ा था. उसी की जांच में जुटी सीबीआई टीम को राजस्थान के कई छात्रों और संस्थानों की संदिग्ध भूमिका होने के संकेत मिले थे. तब से दिल्ली सीबीआई की स्पेशल यूनिट की टीम संदिग्ध छात्रों के एकेडेमिक रिकॉर्ड, परीक्षा केंद्रों के दस्तावेज और बायोमेट्रिक डेटा का विश्लेषण कर रही है.
गड़बड़ी को लेकर हो रही जांच: कुलपति
आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार प्रजापति ने बताया कि सीबीआई की टीम नीट यूजी परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर जांच के सिलसिले में जोधपुर आई है. उस जांच के दौरान सीबीआई की पकड़ में आई गैंग से ऐसे सुराग मिले, जिसमें जोधपुर आयुर्वेद विवि के कुछ स्टूडेंट्स द्वारा दूसरे राज्य में जाकर डमी के रूप में परीक्षा देने की बात सामने आई थी. उसी की पुष्टि के लिए सीबीआई टीम जांच में जुटी है.
/ सतीश
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