हल्द्वानी, 27 जून (Udaipur Kiran) । सुशीला तिवारी अस्पताल में 25 दिन बाद एचआईवी जांच किट पहुंच गई। मरीज़ों ने इससे राहत महसूस की। हर रोज एसटीएच में 45 से 50 मरीजों को एचआईवी जांच निशुल्क होती है। ऐसे में इस दौरान किट न होने के कारण 1225 मरीजों को बगैर जांच के हास्पिटल से लौटना पड़ा था।
बताते चलें कि सभी सरकारी अस्पतालों में एचआईवी की जांच निशुल्क होती है। सुशीला तिवारी अस्पताल में 2300 से 2500 तक ओपीडी प्रतिदिन होती है। इनमें से अधिकतर मरीजों को कई तरह की जांच के लिए सलाह दी जाती है, एचआईवी जांच भी की जातोी हैं। बाहर से किट न आने के कारण यहां पिछले 25 दिन से यह जांच बंद थी। जिसके चलते बीते बुधवार को भी करीब 40 मरीज एचआईवी जांच के लिए पहुंचे तो जांच किट न होने के कारण इन्हें बिना जांच कराए पड़ा था। मेडिकल कॉलेज में माइक्रोबायेलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. उमेश के अनुसार केंद्र से किट उत्तराखंड स्टेड एड्स कंट्रोल सोसायटी को आती है और यहां से विभिन्न जिलों के अस्पतालों को सप्लाई होती है। गुरवार को देर शाम तक किट आ चुकी हैं।
ज्ञात हो कि एचआईवी किट एक मेडिकल टेस्ट किट है। इसका उपयोग एचआईवी के संक्रमण का पता लगाने के लिए किया जाता है। एचआईवी एक वायरस है जो शरीर को प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है और एड्स का कारण बन सकता है।
एचआईवी किट के कई प्रकार हैं, जिनमें रैपिड टेस्ट किट जो कि रक्त या लार के नमूने का उपयोग करके एचआईसी किट संक्रमण का पता लगती हैं। एलिसा टेस्ट किट रक्त के नमूने का उपयोग करके एचआईकी के संक्रमण का पता लगाती हैं। एचआईवी किट से परिणाम जल्द मिल जाते हैं।
(Udaipur Kiran) / DEEPESH TIWARI
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