कश्मीर, 23 जून (Udaipur Kiran) । पूर्व एमएलसी और जम्मू-कश्मीर धर्मार्थ ट्रस्ट के ट्रस्टी विक्रमादित्य सिंह ने आज गुलमर्ग में प्रतिष्ठित महारानी मंदिर के चल रहे पुनर्निर्माण कार्य का निरीक्षण किया जिसे अगले महीने भक्तों और आम जनता के लिए खोला जाना है। यह मंदिर एक प्रतिष्ठित हिंदू तीर्थस्थल और गुलमर्ग का एक प्रमुख स्थल है जो एक साल पहले बिजली की आग से दुखद रूप से नष्ट हो गया था।
निरीक्षण के दौरान विक्रमादित्य सिंह ने कहा मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि हमने इस ऐतिहासिक मंदिर को पुनर्जीवित किया है इसे पहले से भी अधिक गौरव प्रदान किया है। जम्मू-कश्मीर धर्मार्थ ट्रस्ट ने इसके आध्यात्मिक और स्थापत्य महत्व को संरक्षित करने की पूरी प्रतिबद्धता के साथ पुनर्निर्माण का काम शुरू किया है।
उन्होंने इस उल्लेखनीय उपलब्धि को संभव बनाने में उनके अटूट समर्थन और प्रोत्साहन के लिए जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा , संभागीय आयुक्त कश्मीर, उपायुक्त बारामुल्ला, गुलमर्ग विकास प्राधिकरण और जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। विशेष रूप से धर्मार्थ ट्रस्ट ने पिछले वर्ष कश्मीर के पहलगाम में प्रसिद्ध शिव गौरी मंदिर का जीर्णोद्धार किया था।
ट्रस्टी ने जम्मू-कश्मीर की समृद्ध धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और बढ़ावा देने में धर्मार्थ ट्रस्ट की प्रतिबद्धता को भी दोहराया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ट्रस्ट पूरे केंद्र शासित प्रदेश में प्राचीन मंदिरों और आध्यात्मिक स्थलों को बहाल करने और बनाए रखने के अपने प्रयासों को जारी रखेगा यह सुनिश्चित करते हुए कि वे भक्तों और पर्यटकों के लिए समान रूप से सुलभ और स्वागत योग्य बने रहें। उन्होंने कहा कि इस तरह की पहल न केवल पवित्र परंपराओं की रक्षा करती है बल्कि धार्मिक पर्यटन और सामुदायिक गौरव को भी बढ़ावा देती है।
उन्होंने कहा पुनर्जीवित महारानी मंदिर एक बार फिर जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए आध्यात्मिक प्रकाशस्तंभ और सांस्कृतिक गौरव बनेगा।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
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