वाशिंगटन, 12 अगस्त (Udaipur Kiran) । युवा पादरी थॉमस पिंकर्टन जूनियर उर्फ पादरी टॉमी की बाल शोषण के आरोप में गिरफ्तारी से पेंटेकोस्टल संप्रदाय के असेंबलीज ऑफ गॉड के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। पिंकर्टन की गिरफ्तारी ऐसे समय हुई है जब दुनिया का सबसे बड़ा पेंटेकोस्टल संप्रदाय बाल यौन शोषण के कई आरोपों से जूझ रहा है। इस संप्रदाय के संयुक्त राज्य अमेरिका के 13,000 चर्चों में लगभग 30 लाख सदस्य हैं। पादरी टॉमी की गिरफ्तारी होते ही असेंबलीज ऑफ गॉड के अधिकारियों ने उससे किनारा कर लिया है।
एनबीसी न्यूज की खबर के अनुसार, 52 वर्षीय थॉमस पिंकर्टन जूनियर ने बाल्टीमोर काउंटी के असेंबलीज ऑफ गॉड चर्च (सेंट्रल क्रिश्चियन चर्च) में काम करते हुए 2006 से 2010 तक छह किशोरों का यौन शोषण किया। पिछले बुधवार को उन्हें उनके गृह राज्य जॉर्जिया से मैरीलैंड प्रत्यर्पित किया गया। पिंकर्टन को अब बाल्टीमोर काउंटी में लगाए गए 24 गंभीर और अन्य आरोपों का सामना करना पड़ेगा। उनके वकील जस्टिन होलीमोन ने कहा कि उन्होंने खुद को निर्दोष बताया है।
गिरफ्तारी वारंट में आरोप लगाया गया है कि किशोरों के साथ कथित दुर्व्यवहार चर्च और मैरीलैंड स्थित पिंकर्टन के पूर्व घर में हुआ था। होलीमोन ने कहा कि पिछले सप्ताह एक न्यायाधीश ने पिंकर्टन को रिहा करने से इनकार कर दिया। इसलिए उन्होंने सोमवार सुबह पिंकर्टन की तरफ से जमानत याचिका दायर की है। असेंबलीज ऑफ गॉड के अधिकारियों ने कहा है कि पिंकर्टन असेंबलीज ऑफ गॉड चर्च में काम जरूर करते थे, लेकिन उन्हें कभी भी संप्रदाय के पादरी के रूप में औपचारिक रूप से मान्यता नहीं मिली। असेंबलीज ऑफ गॉड क्षेत्रीय कार्यालय के सचिव-कोषाध्यक्ष बेंजामिन रेनी जूनियर ने कहा, हमें इस रिपोर्ट के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ है और जब भी ऐसी रिपोर्टें सामने आती हैं, तो हम बेहद चिंतित होते हैं। उधर, मैरीलैंड स्थित पिंकर्टन के पूर्व चर्च ने सोमवार को कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
पिछले सप्ताह अपनी वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक बयान में सेंट्रल क्रिश्चियन ने कहा कि पिंकर्टन 15 साल से भी अधिक समय तक स्टाफ में रहे। अब उनका चर्च से कोई संबंध नहीं है। सेंट्रल क्रिश्चियन के प्रमुख पादरी लैरी किर्क ने बयान में कहा, चर्च में दुर्व्यवहार के लिए कभी कोई जगह नहीं है। मैरीलैंड और जॉर्जिया के अधिकारियों ने बताया कि बाल्टीमोर काउंटी पुलिस ने जून के अंत में पिंकर्टन के लिए गिरफ्तारी वारंट हासिल किया था। जॉर्जिया के फोर्सिथ काउंटी शेरिफ कार्यालय ने बताया कि जुलाई में एक ट्रैफिक स्टॉप पर उसे गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उसे पिछले हफ्ते मैरीलैंड प्रत्यर्पित कर दिया गया। पिंकर्टन केस की प्रारंभिक अदालती सुनवाई पांच सितंबर को निर्धारित है।
—————
(Udaipur Kiran) / मुकुंद
You may also like
मुगलो को पानी पी पीकर कोसने वालो भारतˈ में मुगलों ने दीं ये 8 स्वादिष्ट चीजें जिन्हें आज भी शौक से खाते हैं लोग
मुंबई में 18वें इंटरनेशनल ओलंपियाड की शुरुआत, पीएम मोदी से प्रभावित हुए देश-विदेश के छात्र
Asia Cup से पहले भारतीय खिलाड़ियों की फिटनेस पर हैं सवाल! हार्दिक और सूर्यकुमार यादव के बाद यह दो खिलाड़ी भी पहुंचे CoE
बेटी को कैसे बताऊं कि उसका भाई हीˈ उसका पिता है महिला ने खोला चौंकाने वाला राज
मप्र के इंदौर को राष्ट्रीय स्तर पर एक और उपलब्धि, 'मुस्कान' संकुल संगठन स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली में होगा सम्मानित