नगर निगम ने एक एनजीओ से किया अनुबंध,फूलों के निर्माल्य का धार्मिक कार्यो में किया जायेगा उपयोग
वाराणसी,26 जुलाई (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के मंदिरों के शहर वाराणसी में मंदिरों से निकलने वाले फूलों के कूड़े (निर्माल्य) का अब सम्मान जनक ढंग से निस्तारण होगा। इसके लिए वाराणसी नगर निगम ने शनिवार को एक एनजीओ से अनुबंध किया।
नगर आयुक्त अक्षत वर्मा और मेसर्स ईजी हेल्प (एनजीओ) की प्रबंधक कोमल सिंह ने इस अनुबंध पर हस्ताक्षर किया। नगर आयुक्त ने बताया कि मंदिरों से निकलने वाले माला फूलों के सम्मानजनक निस्तारण के कार्य में नगर निगम कोई वित्तीय सहायता संस्था को नही देगा। किए गए अनुबन्ध में संस्था द्वारा नगर निगम वाराणसी सीमान्तर्गत विभिन्न मंदिरों से उत्सर्जित होने वाले फूल पत्ती का कलेक्शन, परिवहन, प्रोसेसिंग स्वयं करेगा। संस्था इन निर्माल्य माला फूलों से पूजन सामग्री में प्रयोग होने वाले धूपबत्ती, अगरबत्ती एवं अन्य सामग्री बनाएगी। संस्था अभी छोटे स्तर पर वाराणसी के 70 मंदिरों से माला फूल इकट्ठा कर धूपबत्ती, अगरबत्ती एवं अन्य सामग्री का निर्माण करेंगी।
एनजीओ प्रबंधक के अनुसार फिलहाल उनके संस्था में 50 महिलायें कार्य कर रही हैं, जिनके द्वारा फूलों को अलग-अलग कर विधि से पूजन सामग्री का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नगर निगम, वाराणसी के साथ अनुबंध होने के बाद संस्था अच्छे से कार्य करेंगी। मंदिरों से निकलने वाले माला फूल का उचित ढ़ंग और सम्मान से निस्तारण किया जायेगा। अनुबन्ध के समय अपर नगर आयुक्त सविता यादव, जोनल स्वच्छता अधिकारी रवि चन्द्र निरंजन, डाक्यूमेन्ट मैनेजर प्रीति सिंह भी मौजूद रही।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
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