अल्मोड़ा, 26 जुलाई (Udaipur Kiran) । सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के छात्र- छात्राओं के लिए अब पढ़ाई के साथ ही स्वरोजगार के नए द्वार खुलेंगे। नए शिक्षा सत्र से वानिकी के विद्यार्थी नर्सरी प्रबंधन की बारीकियां भी सीखेंगे। छात्र- छात्राओं को पौधों की नर्सरी तैयार करने, बीज संरक्षण, उन्नत किस्मों की पहचान और पर्यावरण अनुकूल खेती का प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा।
विद्यार्थी अब नर्सरी प्रौद्योगिकी में पारंगत होंगे। विवि को पहल पर वानिकी के छात्र-छात्राओं के लिए इस शिक्षा सत्र में कौशल संवर्धन पाठ्यक्रम के तहत यह कोर्स संचालित किया जाएगा। यहां पहले और दूसरे सेमेस्टर में प्रशिक्षण लेकर छात्र- छात्राएं खुद की नर्सरी तैयार कर स्थानीय बाजार और सरकारी योजनाओं से जुड़ सकेंगे। छात्र-छात्राओं को इस विषय में उत्तीर्ण होना जरूरी होगा।
इस विषय के विद्यार्थी को दो क्रेडिट मिलेंगे। यहां नर्सरी प्रबंधन का प्रशिक्षण लेकर विद्यार्थी स्वरोजगार स्थापित करेंगे तो वहीं क्षेत्र के अन्य बेरोजगार युवाओं के लिए भी रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
पौधरोपण तकनीक का भी प्रशिक्षण- वानिकी के बच्चों को अगले सेमेस्टर में पौधरोपण तकनीक और औषधीय और सुगंधित पौधों की प्रवर्धन का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण लेकर वह तना, जड़, कलम, राइजोम आदि से नए पौधे तैयार करेंगे। युवाओं को क्षेत्र में ही रोजगार उपलब्ध होने से पलायन पर भी रोक लगेगी।
इस संबंध में एसएसजे विवि अल्मोड़ा के डीन एकेडमिक प्रो. अनिल यादव ने बताया कि कौशल संवर्धन पाठ्यक्रम के तहत यह कोर्स संचालित किया जाएगा। प्रशिक्षण लेकर विद्यार्थी खुद की नर्सरी तैयार कर स्वगरेजगार स्थापित कर सकेंगे। रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे तो बच्चों की रोजगार की तलाश भी खत्म होगी।
(Udaipur Kiran) / DEEPESH TIWARI
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