जयपुर, 15 मई . राजधानी जयपुर के विद्याधर नगर जयपुर में 1 से 7 मई तक आयोजित “शिव महापुराण कथा” के समापन के पश्चात आयोजकों की घोर लापरवाही के चलते एक श्रमिक दिनेश की मृत्यु हो गई. जहां आयोजन स्थल पर छोड़ी गई अस्थायी संरचनाओं और सार्वजनिक मार्ग पर लटकती रस्सियों के कारण आठ मई को हुए इस हादसे में दिनेश अपनी मोटरसाइकिल से गुजरते समय रस्सियों में उलझ कर गिर पड़ा और मौके पर ही उनकी मृत्यु हो गई. इस घटना को लेकर विद्याधर नगर थाने में आयोजक अनिल संत और राजन शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है. यह एफआईआर बलराम जाखड़,महेश मावलिया,नरेंद्र चौधरी व भवानी सिंह शेखावत की ओर से बीएनएसएस की धारा 105 (पूर्व में आईपीसी 304 – गैर इरादतन हत्या), 118(1), और 61(2A) के तहत दर्ज कराई गई है. साथ ही शिकायत में यह भी उल्लेख है कि आयोजक अनिल संत ने करोड़ों रुपये चंदे के रूप में एकत्र किए. जिनमें से 1 लाख 51 हजार की राशि स्वयं शिकायतकर्ता द्वारा नकद दी गई थी. जिसकी कोई रसीद उपलब्ध नहीं कराई गई.
कथा समापन के पश्चात आयोजकों द्वारा सुरक्षा उपायों की अनदेखी की गई, जिससे दुर्घटना घटी. आयोजकों की यह लापरवाही न केवल कानूनी रूप से आपराधिक है, बल्कि सामाजिक रूप से भी निंदनीय है.
अनिल संत पर पहले भी विवादित आरोप
शिकायत में यह भी बताया गया है कि अनिल संत एक भूमाफिया हैं, जिस पर कई ज़मीन घोटाले और धोखाधड़ी के प्रकरण लंबित हैं. कथाओं के माध्यम से जनता से धन एकत्र करना और उसका कोई स्पष्ट हिसाब न देना इनके कार्यशैली का हिस्सा है.
पुलिस जांच शुरू – समाज की तीव्र प्रतिक्रिया
विद्याधर नगर पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है और शीघ्र ही आरोपियों को नोटिस जारी कर पूछताछ की जाएगी. वहीं स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों में घटना को लेकर भारी आक्रोश है. सभी ने मांग की है कि मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए और दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाए.
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