अंबिकापुर, 27 जून (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में खतरनाक संक्रामक बीमारी ग्लैंडर्स से ग्रसित संजाल नस्ल के दो घोड़ों को आज शुक्रवार पशु चिकित्सकों की टीम के निगरानी में प्रोटोकॉल के तहत उन्हें जहर देकर मारा गया है।
मिली जानकारी अनुसार, पशुपालन विभाग के उप संचालक आरपी. शुक्ला के नेतृत्व में आज शुक्रवार को पशु चिकित्सकों का अमला और नगर निगम की टीम इंडस्ट्रीयल एरिया में अश्व पालक कमल धीवर के अस्तबल पहुंचे। जहां दोनों घोड़ों को निगम की टीम भिट्ठीकला ले गई।
इस दौरान ग्लैंडर्स से पीड़ित घोड़े और घोड़ी को निर्धारित एसओपी के तहत पीपीई किट पहने चिकित्सकों ने पहले एनेस्थीसिया का इंजेक्शन दिया। दोनों बेहोश हो गए इसके बाद उन्हें जहर का इंजेक्शन देकर मार दिया गया। इसके बाद भिट्ठीकला में निगम ने पहले से तैयार गड्डों में दोनों घोड़ों को दफना दिया।
अश्व पालक कमल धीवर ने बताया कि, एक घोड़ा और एक घोड़ी में ग्लैंडर्स का लक्षण मिला था। इनमें घोड़ी गर्भवती थी। वह एक सप्ताह के अंदर बच्चे देने वाली थी। उन्होंने घोड़ी को डेढ़ लाख रुपये और घोड़े को एक लाख रुपये में खरीदा था। दोनों के ब्लड सैंपल पहले चार बार लिए गए थे। इस बार उन्हें बीमार बताकर इंजेक्शन दिया और ले गए हैं।
पशुपालन विभाग के उप संचालक आरपी शुक्ला ने बताया कि, पशु पालक को मुआवजा दिया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया पूरी होने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / विष्णु पांडेय
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