रांची, 15 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . बिरला प्रोद्यौगिकी संस्थान- बीआईटी मेसरा का 35वें दीक्षांत समारोह का आयोजन बुधवार को किया गया.
दीक्षांत समारोह में 1460 छात्रों को डिग्री दी गई. इनमें 1000 अंडरग्रेजुएट्स, 320 पोस्ट ग्रेजुएट्स और 75 पीएच स्कॉलर्स, 65 डिप्लोमा होल्डर्स को डिग्री दी गई. कार्यक्रम में इसरो के अध्यक्ष डॉ वी नारायणन मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे. उन्होंने छात्रों को वैज्ञानिक उत्सुकता, निरंतर सीखेने और देश के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित किया.
डॉ वी नारायणन ने छात्रों से कहा कि आप अपनी पेशेवर यात्रा की शुरूआत करने जा रहे हैं, ऐसे में ज़रूरी है कि आप सहानुभूति, आपसी सहयोग और प्रयोजन के सिद्धान्तों को याद रखें. ये सिद्धान्त जीवन में सफलता पाने के लिए बेहद ज़रूरी हैं. आपने इस प्रतिष्ठित संस्थान में जो ज्ञान एवं मूल्य हासिल किए हैं, उनका सदुपयोग कर जीवन में बदलाव लाएं और दुनिया की मुश्किल चुनौतियों को हल करने का प्रयास करें.
इसके पूर्व दीक्षांत समारोह की शुरूआत दीप प्रज्जवलन के साथ हुई. इसके बाद संस्थान की अकादमिक उत्कृष्टता और विरासत का जश्न मनाया गया.
अकादमिक यात्रा का समापन नहीं बल्कि आजीवन इनोवेशन की शुरूआत : सीके
मौके पर सीके बिरला ग्रुप के अध्यबक्ष और बीआईटी मेसरा के सीके चांसलर ने कहा कि दीक्षांत समारोह एक अकादमिक यात्रा का समापन नहीं बल्कि आजीवन उत्सुकता और इनोवेशन की शुरूआत है.
उन्होंनने कहा कि आज दुनिया को ऐसे लीडरों की ज़रूरत है जो स्पष्टता के साथ सोच सकें, अखंडता के साथ काम कर सकें और प्रयोजन के साथ निर्माण कर सकें. मुझे विश्वास है कि बीआईटी मेसरा के छात्र इस बदलाव में अग्रणी रहेंगे और अपने ज्ञान एवं कल्पनाशीलता का उपयोग कर प्रगतिशील एवं समावेशी भविष्य को आकार देंगे.
संस्थान नए बेंचमार्क स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध : इंद्रानिल मन्ना
इस अवसर पर संस्थान के वाईस चांसलर और प्रोफेसर इंद्रानिल मन्ना ने सालाना गतिविधि रिपोर्ट पेश की और अनुसंधान, इनोवेशन और विश्वस्तरीय साझेदारियों में बीआईटी मेसरा की प्रमुख उपलब्धियों के बारे में बताया.
उन्होंने कहा कि संस्थान नए बेंचमार्क स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है और उद्योग जगत के लीडरों और भविष्य के लिए तैयार पेशेवरों का निर्माण कर रहा है.
उन्होंने कहा कि शिक्षा सिर्फ ज्ञान प्राप्त करने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि अखंडता और दृढ़ विश्वास के साथ नेतृत्व करने के बारे में है. हमारे ग्रेजुएट्स पेशेवर दुनिया में कदम रख रहे हैं, मुझे विश्वास है कि वे समुदायों और उद्योगों में सकारात्मक बदलाव लेकर आएंगे. उन्होंलने सभी ग्रेजुएट्स को उनकी कड़ी मेहनत तथा उत्कृष्टता के लिए बधाई दी. प्रोफेसर मन्ना ने बताया कि बीआईटी मेसरा के 355वें दीक्षांत समारोह में 1000 अंडरग्रेजुएट्स, 320 पोस्ट ग्रेजुएट्स और 75 पीएच स्कॉलर्स, 65 डिप्लोमा होल्डर्स को डिग्री दी गई. इसके अलावा सर्वोच्च प्रदर्शन करने वाले छात्रों को गोल्ड मैडल से भी सम्मानित किया गया.
कार्यक्रम का समापन गणमान्य अतिथियों के सम्मान के साथ हुआ.
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
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