– प्रबंध निदेशक के घर और दफ्तर पर की जा रही सर्चिंग
इंदौर, 01 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . Madhya Pradesh के इंदौर जिले के महू में पाथ इंडिया लिमिटेड (प्रकाश एस्फाल्टिंग एंड टोल हाईवेज इंडिया लिमिटेड) समूह के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई बुधवार को दूसरे दिन भी जारी है. समूह के प्रबंध निदेशक के बंगले और दफ्तर पर ईडी की टीम सर्चिंग में जुटी हुई है. बंगले का मुख्य द्वार बाहर से बंद कर दिया गया है और सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है.
पाथ ग्रुप के एमडी नितिन अग्रवाल हैं, जबकि निपुण अग्रवाल, सक्षम अग्रवाल, नीति अग्रवाल और संतोष अग्रवाल डायरेक्टर के पद पर हैं. इसके अलावा आशीष अग्रवाल और आदित्य उपाध्याय इंडिपेंडेंट डायरेक्टर हैं. ईडी ने महू स्थित पाथ इंडिया समूह के ठिकानों पर मंगलवार सुबह छापामार कार्रवाई शुरू की थी. ईडी के अधिकारी सुबह-सुबह पाथ ग्रुप के प्रबंध निदेशक (एमडी) नितिन अग्रवाल के महू में आर्मी क्षेत्र में स्थित माल रोड के बंगले नंबर 76 पर पहुंचे और कार्रवाई शुरू की. बुधवार शाम तक कार्रवाई जारी रही.
जानकारी मिली है कि इंडियन स्ट्रीट प्रीमियर लीग (आईएसपीएल) की मुंबई टीम में पाथ इंडिया लिमिटेड के डायरेक्टर नीतिन अग्रवाल सह-मालिक के रूप में जुड़ी है. जहां ईडी ने कार्रवाई की है, यह कंपनी सेना के लिए महू में लड़ाकू ड्रोन भी तैयार कर रही है. पाथ इंडिया लिमिटेड ने कानपुर आईआईटी की स्टार्टअप कंपनी वीयू डायनामिक के साथ महू की पाथ इंडिया लिमिटेड ने हाथ भी मिलाया है. इसके साथ ही पाथ इंडिया लिमिटेड पूरे देश में रोड बनाने का काम करता है. इनके देश में कई जगह पर टोल टैक्स भी हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई अनिल अंबानी के लोन घोटाले से जुड़ी हुई है. करोड़ों रुपये की रकम डमी कंपनियों के जरिए दुबई भेजे जाने की बात सामने आ रही है. इसलिए मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी मुद्रा कानून सेमा के तहत की गई है. ईडी को इनपुट मिले थे कि अनिल अंबानी की एक कंपनी और पाथ ग्रुप के बीच कई निर्माण कार्यों को लेकर समझौते हुए हैं. ईडी को संदेह है कि इन समझौतों की आड़ में करोड़ों रुपये की राशि इधर-उधर की गई है. इनपुट के आधार पर ईडी की टीम पाथ ग्रुप के कार्यालय और निदेशक के आवास पर जांच कर रही है. बताया जा रहा है कि ईडी की टीम ने पाथ ग्रुप के अलग-अलग ठिकानों से दस्तावेज, कंप्यूटर और डिजिटल डिवाइस जब्त किए हैं. हालांकि, इस मामले में अभी ईडी की टीम ने कोई जानकारी नहीं दी है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि जांच में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आ सकती है.
गौरतलब है कि करीब दस साल पहले पाथ ग्रुप पर आयकर विभाग ने भी छापा मारा था. उस समय सामने आया था कि Rajasthan में एक हाइवे निर्माण परियोजना का ठेका अनिल अंबानी की कंपनी को मिला था, जिसे पाथ ग्रुप को पेटी कॉन्ट्रैक्ट के तौर पर सौंपा गया. आयकर विभाग की जांच में यह भी सामने आया था कि इस राशि को देशभर की अलग-अलग कंपनियों से ट्रांसफर किया गया और फिर यह पैसा दुबई के माध्यम से दोबारा भारत में लाया गया. इन लेन-देन से लाभ उठाने वाली कंपनियों के तार अनिल अंबानी के ग्रुप से जुड़े हुए पाए गए थे. कंपनी ने कुछ समय पूर्व क्रिकेट टीम भी ऊंची दरों पर खरीदी थी और कुछ बड़े प्रोजेक्टों में भी कंपनी की हिस्सेदारी है.
(Udaipur Kiran) तोमर
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