दुर्ग, 27 अप्रैल . जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले में 28 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी. इस बीच, छत्तीसगढ़ से गए 65 लोगों का जत्था, जिसमें भिलाई के 10 लोग भी शामिल थे रविवार को सुरक्षित वापस लौट आया है. आज सुबह जब यह लोग दुर्ग रेलवे स्टेशन पहुंचे, तो अपने परिजनों को देखते ही भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा. किसी ने अपने अपनों को गले लगाया, तो कोई खुशी के मारे नि:शब्द रह गया.
लौटने वालों में तीन साल के छोटे बच्चों से लेकर 70 साल के बुजुर्ग तक शामिल थे. सभी के चेहरे पर घर लौटने की खुशी साफ झलक रही थी. अपनों से मिलकर लोगों की आंखें छलक उठीं. यात्रियों ने सरकार, सेना और सेवा भाव से जुड़े लोगों का आभार व्यक्त किया, जिनकी मदद से वे सुरक्षित अपने घर लौट सके.
भिलाई की विजया शुक्ला ने उस भयावह मंजर को याद करते हुए बताया कि “हम पहलगाम से केवल 10 किलोमीटर दूर थे. तभी अचानक आतंकी हमला हुआ और हमें वहीं रोक दिया गया. अगर हम कुछ और आगे बढ़ते, तो शायद आज जिंदा ना होते. सेना की गाड़ियों की आवाजाही और माहौल की गंभीरता को देखना बहुत डरावना अनुभव था.”
ममता शर्मा, जो शर्मा ट्रैवल्स की संचालक हैं, ने भी अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि “सेवा भाव से जुड़े लोगों ने हमारी बहुत मदद की. हमें चेतावनी दी गई कि हम आगे न जाएं. स्थानीय लोगों और प्रशासन ने हमारी हर संभव सहायता की. उस समय पूरे इलाके में तनाव और डर का माहौल था, पूरा पहलगाम छावनी में बदल गया था.” इस दर्दनाक घटना ने न सिर्फ पीड़ित परिवारों बल्कि पूरे देश को गहरे दुख में डाल दिया है. हालांकि, छत्तीसगढ़ के इन 65 लोगों के सकुशल लौटने की खबर ने राहत की सांस दी है. लौटे हुए हर व्यक्ति ने ईश्वर का धन्यवाद किया.
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/ चन्द्र नारायण शुक्ल
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