सिरसा, 27 जून (Udaipur Kiran) । ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशन वर्कर यूनियन के मुख्य सलाहकार सुरजीत सिंह बेदी ने कहा कि केंद्र सरकार पूरे देश के बिजली ढांचे को बड़े-बड़े पूंजीपतियों के हाथों में सौंपने का काम कर रही है। उन्हें सस्ते दामों पर बड़े मुनाफे के लिए पानी चाहती कंपनियों को जनता व कर्मचारियों के विरोध के बावजूद भी जबरदस्ती निजी हाथों देने का काम कर रही है। सुरजीत सिंह बेदी शुक्रवार को बिजली कर्मचारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में आगामी 9 जुलाई की राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर चर्चा की गई और सरकार की नीतियों के खिलाफ रोष जाहिर किया गया।
कर्मचारी नेता ने कहा कि बिजली क्षेत्र प्राइवेट कंपनी के हाथों में जाने के बाद सरकार आम जनता व किसानों को मिलने वाली सब्सिडी को खत्म कर देगी और बिजली गरीब व आम आदमी की पहुंच से बाहर हो जाएगी। बिजली पर प्राइवेट कंपनियों का कब्जा होने के बाद देश का औद्योगिक क्षेत्र बर्बाद होने की कगार पर पहुंच जाएगा। बिजली किसान की पहुंच से बाहर हो जाएगी। अनाज उत्पादन पर भी असर पड़ेगा। पावर बिल 2023 को सरकार मौजूदा संसद में पास करके अपनी जिम्मेदारियों से पीछा छुड़ाने का काम कर रही है।
सरकार ने चंडीगढ़ बिजली निगम की 16000 करोड़ रुपए की संपत्ति कौड़ियों के भाव 870 करोड़ में अपनी चहेती कंपनी को बेच दी है। किसान, मजदूर, दुकानदार, हर वर्ग दुखी है। बिजली विभाग में 15-15 सालों से काम कर रहे कच्चे कर्मचारियों को पक्का नहीं किया गया है। पुरानी पेंशन को लागू नहीं किया जा रहा। इन तमाम मांगों को लेकर किसान, मजदूर, कर्मचारी, व्यापारी 9 जुलाई 2025 को राष्ट्रव्यापी हड़ताल में अपनी मांगों को लेकर हिस्सा लेंगे। इस मौके पर कर्मचारी नेता अविनाश चंद्र,बाबू लाल, सुखदेव सिंह, मदन लाल, गुलबाग सिंह , होशियार, सोहन लाल जेई, नरेश कुमार, करनी सिंह जेई, संदीप कुमार जेई, मनमोहन सिंह आदि मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / Dinesh Chand Sharma
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