New Delhi, 22 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . गुरु तेग बहादुर के 350वें शहादत दिवस पर दिल्ली सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रमों की रूपरेखा को अंतिम रूप देने को लेकर दिल्ली सचिवालय में बुधवार को एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में दिल्ली के कला, संस्कृति एवं भाषा और पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा और पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा के साथ केंद्र सरकार के वरिष्ठ प्रतिनिधि, Punjabी अकादमी एवं कला, संस्कृति एवं भाषा विभाग और पर्यटन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे.
बैठक के दौरान कपिल मिश्रा ने कहा कि दिल्ली गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान की साक्षी रही है और इस अवसर पर दिल्ली सरकार का दायित्व है कि यह आयोजन उनकी शिक्षाओं, त्याग और मानवता के संदेश को जन-जन तक पहुंचाए. उन्होंने आगे कहा कि गुरु तेग बहादुर ने न केवल सिख धर्म के लिए बल्कि संपूर्ण मानवता और धर्म की स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन समर्पित किया. दिल्ली में इस आयोजन का उद्देश्य है कि उनकी शिक्षा, करुणा और एकता का संदेश हर नागरिक के हृदय तक पहुंचे. दिल्ली सरकार इस आयोजन को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रेरणादायक सांस्कृतिक प्रतीक बनाएगी.
कपिल मिश्रा ने यह भी बताया कि इस आयोजन को भव्य और व्यवस्थित बनाने के लिए सभी कार्य दिल्ली सरकार द्वारा पेशेवर संस्थाओं को सौंपे गए हैं ताकि प्रत्येक कार्यक्रम उच्च गुणवत्ता, सांस्कृतिक गहराई और भावनात्मक प्रभाव के साथ संपन्न हो सके.
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय में गुरु तेग बहादुर के नाम पर एक चेयर स्थापित की जाएगी. यह चेयर उनके जीवन, दर्शन और मानवता के योगदान पर शोध को प्रोत्साहित करेगी. पूर्वी दिल्ली स्थित गुरु तेग बहादुर अस्पताल का नवीनीकरण कार्य को समयबद्द तरीके से पूरा किया जाएगा ताकि यह अस्पताल आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से सुसज्जित होकर जनता की सेवा में समर्पित रहे.
350वें शहादत दिवस पर हो रहे आयोजनों में से प्रमुख आकर्षण लाल किले पर आयोजित होने वाला लाइट एंड साउंड शो भी है. यह शो गुरु तेग बहादुर के जीवन, शिक्षाओं और बलिदान की गाथा को अत्याधुनिक तकनीक, दृश्य प्रभावों और भावनात्मक प्रस्तुति के माध्यम से जनसामान्य तक पहुंचाएगा. दिल्ली के सभी 11 जिलों में भी 11 मोबाइल वैनों के माध्यम से यह शो प्रदर्शित किए जाने का प्रस्ताव है, ताकि अधिक से अधिक नागरिक इससे जुड़ सकें. इस शो का क्यूरेशन भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा पहले ही किया जा चुका है.
इसके अतिरिक्त, लाल किले पर एक अस्थायी संग्रहालय स्थापित किया जाएगा, जिसमें गुरु तेग बहादुर के जीवन, शिक्षाओं, ऐतिहासिक दस्तावेजों और दुर्लभ चित्रों का प्रदर्शन होगा. यह संग्रहालय आम जनता के लिए खुला रहेगा. साथ ही, लाल किले पर 23 नवंबर से 25 नवंबर 2025 तक कीर्तन दरबार आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रसिद्ध रागी जत्थों द्वारा शबद कीर्तन प्रस्तुत किए जाएंगे.
बैठक के दौरान मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि दिल्ली सरकार इस आयोजन को भव्य और अविस्मरणीय बनाने के लिए हरसंभव सहयोग कर रही है. उन्होंने कहा कि यह आयोजन गुरु तेग बहादुर जी की शिक्षाओं को विश्व स्तर पर प्रसारित करने का अवसर बनेगा. सिरसा ने कहा कि केंद्र सरकार इस आयोजन को ऐतिहासिक और यादगार बनाने के लिए योजनाबद्ध रूप से कार्य कर रही है. केंद्र सरकार ने आयोजन के लिए हरसंभव सहयोग और सहायता देने का आश्वासन दिया है. यह भी निर्णय लिया गया कि संपूर्ण कार्यक्रम की योजना और क्रियान्वयन दिल्ली सरकार द्वारा किया जाएगा तथा जहां भी केंद्र सरकार की सहायता की आवश्यकता होगी, वहां पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाएगा.
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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव
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