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सिम कार्ड के इस नियम को तोड़ा तो जेल हो जाएगी पक्की, 2 लाख का चालान और…

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आजकल ज्यादातर लोग एक से ज्यादा मोबाइल नंबर यूज करते हैं, जिसके लिए अलग-अलग सिम कार्ड लेते रहते हैं। सिम कार्ड तो अब बहुत आसानी से मिल जाता है, लेकिन इसके साथ ही सरकार ने इसे लेकर सख्त कानून भी बना दिए हैं।

हैरानी वाली बात ये है कि मोबाइल फोन चलाने वाले करोड़ों लोग ये नहीं जानते कि एक छोटे से सिम कार्ड की वजह से उन्हें लाखों का जुर्माना और जेल की सजा तक हो सकती है। क्या आपको पता है, अगर आपके नाम पर तय लिमिट से ज्यादा सिम कार्ड रजिस्टर हैं तो 2 लाख रुपये तक का फाइन लग सकता है। आइए, जानते हैं सिम कार्ड से जुड़े इन सख्त नियमों के बारे में।

सरकार की पैनी नजर, हर सिम पर ट्रैकिंग

लोग एक से ज्यादा सिम रखने लगे हैं, लेकिन टेलीकॉम नियमों के अनुसार हर व्यक्ति के लिए सिम रजिस्ट्रेशन की सख्त सीमा है। सरकार ने लोगों की सुरक्षा और निगरानी के लिए ‘संचार साथी’ नाम का पोर्टल लॉन्च किया है। इसकी मदद से आप चेक कर सकते हैं कि आपके नाम पर कितने सिम एक्टिव हैं।

एक नाम पर सिर्फ इतने सिम की इजाजत

इंडियन टेलीकॉम रूल्स कहते हैं कि हर व्यक्ति के नाम पर अधिकतम 9 सिम कार्ड ही खरीदे जा सकते हैं। लेकिन जम्मू-कश्मीर, असम और पूर्वोत्तर राज्यों में ये लिमिट सिर्फ 6 सिम की है। मुसीबत से बचने के लिए समय-समय पर अपनी आईडी पर कितने सिम एक्टिव हैं, ये चेक करते रहें। अगर लिमिट से ज्यादा सिम मिले तो पहली बार 50,000 रुपये का जुर्माना लगेगा। सुधार न होने पर दूसरी बार ये 2 लाख रुपये तक पहुंच जाएगा।

3 साल जेल और जुर्माने का डर

अगर कोई किसी और की पहचान से सिम कार्ड लेता है, तो सजा और सख्त है। ऐसे उल्लंघन पर 3 साल की जेल और जुर्माना दोनों हो सकता है। इसलिए हमेशा चेक करें कि आपकी आईडी का गलत इस्तेमाल तो नहीं हो रहा। इसके लिए सरकार का संचार साथी पोर्टल बेस्ट ऑप्शन है। आइए जानें, इसे कैसे यूज करें।

पोर्टल पर चेक करने के आसान स्टेप्स

सबसे पहले tafcop.sancharsaathi.gov.in पर जाएं। अपना मोबाइल नंबर और कैप्चा कोड डालें। रजिस्टर्ड नंबर पर OTP आएगा, उससे लॉगिन करें। अगले पेज पर आपकी आईडी से जुड़े सभी मोबाइल नंबर की लिस्ट दिखेगी। अगर कोई शक के नंबर दिखें तो ‘Not Required’ चुनकर उसे बंद करवा दें।

ज्यादा सिम हैं तो घबराएं नहीं

अगर आपके पास पहले से लिमिट से ज्यादा सिम हैं, तो टेंशन न लें। दूरसंचार विभाग (DoT) ने री-वेरिफिकेशन प्रोसेस शुरू किया है। इसमें एक्स्ट्रा सिम डिस्कनेक्ट करने का मौका मिलता है, ताकि समस्या आसानी से सॉल्व हो जाए।

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