Period Pain Relief Diet : हर महीने लाखों महिलाएं मासिक धर्म के दौरान दर्द और परेशानी से जूझती हैं, लेकिन क्या आप जानती हैं कि सही खानपान से इस दर्द को काफी हद तक कम किया जा सकता है? जी हां, खाना आपका दवा बन सकता है! सही भोजन चुनकर आप मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द, मूड स्विंग्स और भावनात्मक उतार-चढ़ाव को आसानी से संभाल सकती हैं।
हमने नवजीवन हेल्थ सर्विस की सीईओ और डॉक्टर मोनिका बी सूद से बात की। उन्होंने बताया, “मैंने अलग-अलग उम्र की महिलाओं में पैटर्न देखे हैं। मेरे अनुभव के आधार पर, मासिक धर्म शुरू होने से एक हफ्ते पहले अपनी डाइट में छोटे-छोटे बदलाव करने से बड़ा फर्क पड़ सकता है।”
टीनएज लड़कियों के लिए बेस्ट फूड्सकिशोरावस्था में हार्मोनल बदलाव मूड स्विंग्स और ब्लोटिंग को बढ़ा देते हैं। इस दौरान पैकेज्ड स्नैक्स की जगह गर्म, ताज़ा पका हुआ खाना खाएं। ज्वार, रागी और लाल चावल जैसे साबुत अनाज ऊर्जा को स्थिर रखते हैं।
किचन में मौजूद अजवैन की चाय या गर्म पानी में अजवैन मिलाकर पीने से ब्लोटिंग और हल्के दर्द में राहत मिलती है। कोल्ड ड्रिंक्स, ज्यादा चीनी और तले हुए खाद्य पदार्थों से बचें, क्योंकि ये सूजन और मूड में उतार-चढ़ाव को बढ़ाते हैं।
रात को सोने से पहले दूध में एक चुटकी हल्दी मिलाकर पीना प्राकृतिक रूप से सूजन कम करता है।
काम का तनाव और अनियमित खानपान प्रीमेन्स्ट्रुअल लक्षणों को और बिगाड़ देते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियां, तिल के बीज और रातभर भिगोए हुए बादाम खाएं। ये आयरन और मैग्नीशियम की कमी को पूरा करते हैं।
मेथी की चाय या हल्के तले हुए मेथी के दानों को खाने में शामिल करने से दर्द की तीव्रता कम हो सकती है। कैफीन और नमकीन स्नैक्स को सीमित करें, क्योंकि ये पानी की रुकावट और सिरदर्द का कारण बनते हैं।
अदरक की चाय में शहद मिलाकर पीना नौसिया और असहजता के लिए पुराना और कारगर नुस्खा है।
40 की उम्र में हार्मोनल उतार-चढ़ाव तेज हो जाते हैं, जिससे मूड स्विंग्स और नींद में खलल पड़ता है। अलसी के बीज, अखरोट और गर्म सूप खाने से एस्ट्रोजन का स्तर संतुलित रहता है।
रात को अश्वगंधा वाला दूध पीने से तनाव और नींद की समस्याओं में राहत मिलती है। प्रोसेस्ड मीट, शराब और ज्यादा डेयरी प्रोडक्ट्स से बचें, क्योंकि ये सूजन और चिड़चिड़ापन बढ़ा सकते हैं।
जीरा और धनिया जैसे हल्के मसाले पाचन में मदद करते हैं और ब्लोटिंग कम करते हैं।
- गर्म पानी या हर्बल चाय (पुदीना, कैमोमाइल या तुलसी) से हाइड्रेटेड रहें।
- भोजन छोड़ने से बचें; ब्लड शुगर कम होने से चिड़चिड़ापन बढ़ता है।
- मासिक धर्म से एक हफ्ते पहले रिफाइंड शुगर और मैदा कम करें, क्योंकि ये ऊर्जा में उतार-चढ़ाव और मूड स्विंग्स को बढ़ाते हैं।
- शरीर की जरूरतों को समझें, लेकिन संतुलन बनाएं। कई बार शरीर मैग्नीशियम या ओमेगा-रिच फूड्स की मांग करता है, न कि सिर्फ चॉकलेट की।
सही खानपान और छोटे-मोटे लाइफस्टाइल बदलावों से आप मासिक धर्म के दौरान फिट और स्वस्थ रह सकती हैं।
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