डॉ. यादव ने इस यात्रा के लिए चयनित प्रतिभाशाली भावी वैज्ञानिक बच्चों को बधाई देते हुए उनके साथ संवाद भी किया। उन्होंने एक शिक्षक के रूप में बच्चों से सवाल-जवाब किए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विद्यार्थियों के साथ मुख्यमंत्री निवास परिसर से टेलीस्कोप द्वारा विभिन्न ग्रहों को देखा। उन्होंने विद्यार्थियों से अंतरिक्ष विज्ञान पर विस्तारपूर्वक संवाद किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे इन भावी वैज्ञानिक बच्चों के बीच मुख्यमंत्री या किसी शिक्षक नहीं, बल्कि मित्र के रूप में उपस्थित हैं। इन बच्चों के जीवन के लिए यह विज्ञान मंथन यात्रा उपयोगी साबित होगी। पाठ्य पुस्तकों के अध्ययन के साथ विद्यार्थी जब विज्ञान से जुड़े प्रतिष्ठित संस्थानों का प्रत्यक्ष अवलोकन कर वहां की कार्य पद्धति की जानकारी प्राप्त करते हैं, तो यह ज्ञान सिर्फ नौकरी के लिए नहीं, बल्कि जीवन के लिए उपयोगी सिद्ध होगी।
मुख्यमंत्री ने बच्चों से ग्रह और उपग्रहों के संबंध में भी प्रश्न किए और वे बच्चों के जवाब से प्रभावित नजर आए। उन्होंने यात्रा के लिए चयनित विद्यार्थियों के ज्ञान स्तर की सराहना की। विज्ञान मंथन यात्रा पर जाने वाले विद्यार्थियों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद् द्वारा आयोजित स्कॉलरशिप परीक्षा में भाग लेने का अवसर भी मिलेगा।
परीक्षा में सफल होने वाले प्रत्येक कक्षा के 20 चयनित विद्यार्थियों को 5 वर्ष तक 12 हजार रुपए प्रति वर्ष की स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी। यात्रा के लिए इस वर्ष कक्षा 10वीं से 12वीं विज्ञान विषय में अध्यनरत पूरे प्रदेश के कुल 375 विद्यार्थियों का चयन किया गया है।
Edited By : Chetan Gour
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